गुमला: जिले में इस सीजन का सबसे अधिक ठंडा मंगलवार-बुधवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
बादलों और सूर्य के बीच लुका छीपी का खेल चल रहा है. लगातार चौथे दिन आसमान में बादल छाए हुए है. धूप कभी भी पूरी तरह से खिल नहीं पा रही है.
कहीं-कहीं तो तेज हवा भी बह रही है. इस कारण मौसम में ठिठुरन का अहसास लगातार हो रहा है.
सबसे ज्यादा असर उन ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है, जो इलाके पहाड़ों से घिरे जंगलों में बसे हैं. शहरी इलाके में भी प्रखंड एवं नगर प्रशासन द्वारा गरीब असहायों के लिए मंगलवार की शाम पांच बजे तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई.
भीड़-भाड़ वाले पालकोट रोड, टावर चौक, थाना चौक, पटेल चौक और बाजार टांड़ में भी आग जलाने की व्यवस्था नहीं की गई.
इस कारण दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा ऑटो चालकों, वृद्धों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रह है. चुनाव आयोग का हवाला देकर नगर प्रशासन के अधिकारी और जन प्रतिनिधि अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
हालांकि नगर परिषद के अध्यक्ष दीप नारायण उरांव का कहना है कि उन्होंने जनहित में कड़ाके की ठंड को देखते हुए अलाव जलाने का निर्देश दिया है.
साथ ही साथ जलाए गए अलाव का फोटोग्राफी कराए जाने का भी निर्देश दिया है. उसके दिए गए निर्देश के मंगलवार को तीन दिन हो गए. उनके निर्देश का पालन नहीं किया जा सका है.
प्रखंड मुख्यालयों में भी अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. नप क्षेत्र में अब तक कंबल का भी वितरण आरंभ नहीं हो सका है.
अध्यक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता लागू है. आयोग द्वारा आचार संहिता के दौरान उन जिलों में कंबल वितरण करने का निर्देश दिया गया है.
जहां चुनाव संपन्न हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा दी गई इजाजत के बाद सभी वार्ड सदस्यों को कंबल देने का काम आज रात तक पूरा कर लिया जाएगा.