खास बातें :
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आईएएस, टेक्नोक्रेट्स से लेकर नेता तक लगा रहे जोर
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कई ब्यूरोक्रेट्स भी हैं रेस में, 20 बोर्ड, निगम व आयोग ब्यूरोक्रेट्स के हवाले
रांचीः नई सरकार के बनते ही ब्यूरोक्रेट्स, टेक्नोक्रेट्स का पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है. ये सभी बोर्ड निगम व आयोग में जगह पाने के लिए जी तोड़ कसरत भी कर रहे हैं. अब तक 20 बोर्ड-निगम व आयोग ब्यूरोक्रेट्स के हवाले हैं. ये भी अपनी कुर्सी को बचाने के लिए लॉबिंग करना शुरू कर दिए हैं.
बिजली बोर्ड बना हॉट केक
झारखंड राज्य उर्जा विकास निगम में आईएएस अफसरों का ही दबदबा रहा है. सीएमडी (अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक) बनने का मौका सिर्फ चार इंजीनियरों को ही मिल पाया है. जिसमें एचबी लाल, राजीव रंजन, एसएन वर्मा और बीएम वर्मा का नाम शामिल हैं. वहीं अब तक 11 आईएएस बिजली बोर्ड के सीएमडी रहे हैं. एमडी पद पर भी आईएएस का दबदबा है. वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार हैं. संचरण निगम में एमडी निरंजन कुमार दूसरे सेवा के हैं.
किसी भी आईएएस ने पूरा नहीं किया कार्यकाल
अब तक बिजली बोर्ड में जितने भी आईएएस अध्यक्ष रहे, उनमें से किसी ने भी तीन साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया. पूर्व मुख्य सचिव शिव बसंत दो बार बिजली बोर्ड के अध्यक्ष रहे. पहले अध्यक्ष के रूप में इनका कार्यकाल सिर्फ दो माह का ही रहा. इसके अलावा बीके चौहान, पीपी शर्मा, टी नंदकुमार, डॉ शिवेंदू, एके चुग, एनएन पांडेय, आरके श्रीवास्तव, एसकेजी रहाटे, डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ,सुधीर त्रिपाठी, डीके तिवारी को सीएमडी का प्रभार सौंपा गया. वर्तमान में आईएएस अफसर वंदना दादेल सीएमडी हैं.
पहले भी गड़बड़ाया है बिजली बोर्ड का कैडर मैनेजमेंट
बिजली बोर्ड के बंटवारे के बाद कंपनियों में एमडी और डायरेक्टर की नियुक्ति आनन-फानन में कर ली गई थी. इसमें भी वरीयता का ख्याल नहीं रखा गया था. निदेशक मंडल में दो प्रधान सचिव रैंक के आईएएस अफसर शामिल थे. इसमें ऊर्जा और वित्त विभाग के प्रधान सचिव शामिल थे. इन्हें एमडी का निर्णय मानना बाध्य हो गया था. उस समय बिजली बोर्ड में प्रबंध निदेशक चीफ इंजीनियर रैंक के दो अफसर के.के वर्मा और सुभाष सिंह को बनाया गया था. इन्हें आईएएस अफसरों को रिपोर्ट करना था. वहीं पूर्व सीएमडी एसएन वर्मा को भी आईएएस रिपोर्ट करते थे.
इन बोर्ड निगम और आयोग में ब्यूरोक्रेट्स हैं काबिज
- मानवाधिकार आयोग: पूर्व आईएएस एसके सत्पथी
- झारखंड राज्य कमर्चारी चयन आयोग: रतन कुमार
- झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण: पूर्व आईएएस मुखत्यार सिंह
- झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग- बिहार कैडर के पूर्व आईएएस अरविंद सिंह
- झारखंड राज्य लोक सेवा आयोग- पूर्व मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी
- झारखंड राज्य संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता पर्षद: आईएएस दिलीप झा
- जियाडा: आईएएस ,के रवि कुमार
- जेटीडीसी: आईएएस, संजीव कुमार बेसरा
- झारखंड स्टेट वेवरेजेज कॉरपोरेशन: आईएएस ,भोर सिंह यादव
- जेपीएससी सदस्य: आईएएस,भगवान दास
- जेपीएससी के सदस्य: श्रवण साय
- टीवीएनएल- आईएएस कुलदीप चौधरी
- ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड- आईएएस ,वंदना दादेल
- झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड: आईएएस राहुल पुरवार
- झारखंड राज्य संचरण वितरण निगम लिमिटेड: अखिल भारतीय सेवा के निरंजन कुमार
- राज्य सूचना आयोग- पूर्व आईएएस आदित्य स्वरूप (मुख्य सूचना आयुक्त)
- झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड: पीसीसीएफ रैंक के अफसर, एके रस्तोगी
- झारखंड राज्य आदिवासी सहकारी विकास निगम- आईएएस, गौरी शंकर मिंज
- झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड: आईएएस, अबु बकर सिद्दिकी
- डॉ रामदयाल मुंडा ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट: आईएएस रणेंद्र कुमार
कौन-कब रहें बिजली बोर्ड के अध्यक्ष
- राजीव रंजन- 16-03-2001 से 22-05-2003(इंजीनियर, पीएफसी)
- बीके चौहान- 25-05-2003 से 16-10-2004(आईएएस)
- एचबी लाल- 18-10-2004 से 28-07-2005(इंजीनियर)
- पीपी शर्मा- 28-07-2005 से 18-01-2006(आईएएस)
- टी नंदकुमार- 32-01-2006 से 05-07-2006(आईएएस)
- डॉ शिवेंदू- 15-07-2006 से 04-01-2007( आईएएस)
- बीएन पांडेय- 05-01-2007 से 31-12-2007(एनटीपीसी)
- बीएम वर्मा- 31-12-2007 से 17-09-2008( उत्तराखंड, इंजीनियर)
- डॉ एचबी लाल-18-09-2008 से 14-05-2009(इंजीनियर)
- एके चुग- 15-05-2009 से 13-02-2010(आईएएस)
- एनएन पांडेय- 13-02-2010 से 28-06-2010(आईएएस)
- शिव बसंत-28-06-2010 से 30-08-2010(आईएएस)
- एचबी लाल-30-08-2010 से 04-09-2010( इंजीनियर)
- शिव बसंत- 04-09-2010 से 28-05-2011(आईएएस)
- एसएन वर्मा- 01-06- 2011 से 12-01-2015(इंजीनियर, उत्तराखंड)
- एसकेजी रहाटे(आईएएस)
- आरके श्रीवास्तव(आईएएस)
- डॉ नितिन मदन कुलकर्णी(आईएएस)
- सुधीर त्रिपाठी(आईएएस)
- डीके तिवारी
- वंदना दादेल