नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र जारी है. राज्यसभा में निलंबित सांसदों को वापस बुलाए जाने की जोरदार मांग की जा रही है जिसपर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यदि ये अपने किए पर खेद व्यक्त करते हैं तो इन्हें वापस बुलाया जा सकता है. सत्र के नौवें दिन मंगलवार को दोनों सदनों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा से वॉक-आउट किया और संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने 8 सांसदों के निलंबन को रद करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
विपक्ष करेगी सत्र का बहिष्कार: नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी
गुलाम नबी ने कहा, ‘ जब तक हमारे सांसदों के संस्पेंशन को वापिस नहीं लिया जाता और किसान के बिलों से संबंधित हमारी मांगों को नहीं माना जाता विपक्ष सत्र से बायकॉट करती है.’ राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा, ‘8 सांसदों के निलंबन को वापस लिया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘पिछले दो दिनों में जो सदन में हुआ मुझे नहीं लगता कि उससे कोई भी खुश है…करोड़ों लोगों का प्रतिनिधित्व करने वालों को करोड़ों लोग देखते हैं. जो लक्ष्य है यहां आने का वो तो पूरा होना चाहिए.’
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, ‘अगर नंबरों की बात करें तो उस दिन हमारे पक्ष में 110 वोट थे और इनके पक्ष में 72. अगर वो (8 सांसदों द्वारा किया गया अनियंत्रित व्यवहार) इस पर खेद व्यक्त करते हैं तो सरकार इस बात से सहमत है कि उन्हें सदन से बाहर नहीं होना चाहिए.’ पूर्व प्रधानमंत्री व राज्यसभा सांसद एच डी देवेगौड़ा ने कहा, ‘सरकार और विपक्ष दोनों को सदन को चलाने के लिए एकसाथ बैठना चाहिए. सहयोग के साथ लोकतंत्र का कार्य होना चाहिए.’
सोमवार को सभापति वेंकैया नायडू ने कृषि विधेयक के विरोध में हंगामा करने वाले राज्यसभा के आठ सांसदों को सात दिनों यानि बचे हुए सत्र के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया. निलंबन के बाद नाराज सांसद सदन के परिसर में ही धरने पर बैठ गए. रात में कांग्रेस सांसद शशि थरूर धरने पर बैठे सांसदों से मिलने पहुंचे और आज सुबह इन सांसदों के लिए सदन के उपसभापति हरिवंश चाय लेकर पहुंचे.
संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू हुआ. सत्र के पहले दिन लोक सभा की बैठक सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक हुई. इसके बाद से दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक बैठक हो रही है. इसी तरह राज्य सभा में पहले दिन यानी 14 सितंबर को दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक बैठक हुई. इसके बाद रोज सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक बैठक हो रही है. साथ ही इस सत्र में शनिवार और रविवार को अवकाश नहीं दिया जा रहा है.