नई दिल्ली/रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों का उचित देखभाल नहीं होने की शिकायत पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिम्मेवारी से अपना पल्ला झाड़ने के बदले समस्या का निदान पर जोर दें. इस मानसिकता को बदलना होगा. टाल – मटोल का रवैया अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मुख्यमंत्री अस्पताल के रवैये से नाराज हुए
मुख्यमंत्री को ट्वीट कर जानकारी दी गई कि बिहार के एकंगरसराय निवासी 60 वर्षीय शत्रुघ्न साव की सड़क दुघर्टना में बाएं पैर के जांघ की हड्डी टूट गई थी. हादसे के बाद उन्हें सदर अस्पताल कोडरमा में इलाज हेतु भर्ती किया गया था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनके बेहतर इलाज को प्राथमिकता न देकर उनके परिजनों की प्रतीक्षा करता रहा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस घटना पर नाराजगी प्रकट करते हुए राज्य के सभी अस्पतालों में मरीजों के साथ संवेदनशीलता के साथ इलाज करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अज्ञात मामलों में परिजन का पता लगाकर संपर्क करना पुलिस का दायित्व है और डॉक्टर हर मरीज के बेहतर से बेहतर इलाज पर ही अपना ध्यान दें.
और अब आगे क्या…
मुख्यमंत्री ने रिम्स में इलाजरत शत्रुघ्न साव का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश रिम्स प्रबंधन को दिया है. मुख्यमंत्री ने रांची के उपायुक्त को मरीज के इलाज के बाद बिहार स्थित उनके पैतृक निवास भेजने हेतु प्रबंध करने को कहा है.