रांची : प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गुमला में आयोजित प्रमंडल स्तरीय उज्ज्वला दीदी सम्मेलन में सीएम ने कहा कि पशुपालन उद्योग से लेकर सभी अन्य कार्यकलाप में महिलाओं का साथ मिलता है, सरकार सखी मंडल को पूरे राज्य में स्वरोजगार के अवसर मुहैया करा रही है. 1रुपये में महिलाओं की परिसम्पत्ति की रजिस्ट्री के जरिये सामाजिक नजरिये में महिलाओं का मान सम्मान बढ़ा. 500 करोड़ रुपये बच्चों के पोषाहार का बाहर जा रहा था, अब सखी मंडल के जरिये रेडी टू इट सामग्रियां दी जाएंगी. असली झारखण्ड गांवों में है, इसलिए गांव में रहने वालों का जीवन बदलना है.
उन्होंने कहा कि गांव शहर की तरह स्ट्रीट लाइट से जगमग होगा. गांवों में जलशक्ति के जरिये घर-घर में 2024 तक पेयजल की आपूर्ति पाइपलाइन के जरिये की जायेगी. उन्होंने ये भी कहा कि नौकरी के नाम पर बाहर गई बच्चियों के शारीरिक, मानसिक शोषण के रोकथाम के लिए नर्सिंग कॉलेज बनाकर शत प्रतिशत प्लेसमेंट दिया जायेगा. इसके साथ ही हर आदिवासी क्षेत्र में पॉलिटेक्निक शिक्षा, आईटीआई और एकलव्य विद्यालय के विस्तार की दिशा में प्रयास किया जायेगा.
झारखण्ड में नये विधानसभा भवन जो देश का बेहतर विधानसभा भवन है उसके निर्माण की हिम्मत पूर्व में किसी की भी नहीं थी, इसका श्रेय हमारी सरकार को जाता है.
गुमला – पीएम किसान योजना की पहली और दूसरी क़िस्त 11 लाख किसानों के खाते में जा रही है. सभी 35 लाख किसान को तीसरी क़िस्त की रकम तीन महीने के अंदर दिए जाने की व्यवस्था की गई है. किसान और गरीब के बच्चे भी अच्छे स्कूल में पढ़ें इसलिए उनकी आय दोगुनी करने के काम में सरकार निरंतर लगी हुई है.
जो गरीब है वहीं भगवान है, इसलिए हमारी सरकार गरीबों के उत्थान में लगी है. हमारी सरकार पारदर्शी शासन में जुटी है, झारखण्ड की गर्भवती महिलाओं को कुपोषण मुक्त बनाने का सामाजिक, राजनीतिक संगठन से आह्वान किया गया है.