जमशेदपुर: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ई-मेल से मिली धमकी पर डीजीपी एमवी राव ने ललकारते हुए कहा कि हिम्मत है तो धमकी देने वाले सामने आएं, उन्हें पता चल जाएगा. वैसे धमकी देने वाले को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.
डीजीपी ने कहा कि बेकार की बातों पर मेरा ध्यान नहीं जाता, मैं काम पर ध्यान देता हूं. डीजीपी मंगलवार को जमशेदपुर पहुंचे और पुलिस के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिये.
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है. गत 4 जनवरी को राजधानी रांची के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के काफिले पर हमले के बाद 5 जनवरी को उन्हें एक बेनामी ई-मेल भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई.
धमकी में कहा गया है कि इस बार तो बच गए, हर बार नहीं बच पाएंगे, घर में घुसकर मारेंगे. इस मामले में मुख्यमंत्री आवास में तैनात विशेष शाखा के दारोगा मोहम्मद तंजील खान के बयान पर रांची के साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
धमकी भरा ई-मेल मुख्यमंत्री के अलावा उनके सचिव को भी भेजा गया है. ई-मेल भेजने वाले का नाम और पता ई-मेल में नहीं है. ई-मेल में डीजीपी एमवी राव को भी धमकी दी गई है. केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी साइबर क्राइम थाना रांची के इंस्पेक्टर सतीश गोराई को दी गई है.
इससे पहले पिछले साल जुलाई महीने में भी ई-मेल भेजकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धमकी दी गई थी. अपराधियों ने 8 और 17 जुलाई 2020 को ई-मेल भेजकर धमकी दी थी. इन मामलों में भी रांची के साइबर थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जांच में पता चला था कि दोनों ई-मेल भेजने में जर्मनी और स्विटजरलैंड के अलग-अलग सर्वरों का प्रयोग किया गया था. सैफरोन डॉट बजाज एट दी रेट प्रोटोनमेल डॉट कॉम से मेल भेजा गया था.