दुमका: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज दुमका में अपने सार्वजनिक कार्यक्रम की शुरुआत पूजा-अर्चना से की.
मुख्यमंत्री सबसे पहले दुमका के पागल बाबा देवी मंदिर गये औेर वहां पूजा की. मंदिर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. वहां से निकलने के बाद वे जाहेरथान गये, जहां संताली रीति-रिवाज के मुताबिक नाईके (संताल पुरोहित) ने पूजा करायी.
इधर, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्य कमिटी के सदस्य मोहन मंडल और जिलाध्यक्ष हरेकृष्ण सिंह के संयुक्त नेतृत्व में राजभवन में राज्य के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार मुलाकात की और ऐतिहासिक पुस्तक देकर स्वागत किया.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी पारा शिक्षकों के हितार्थ कार्य करने का अश्वासन दिया. मोहन मंडल ने अप्रशिक्षित शिक्षकों को हटाये जाने का मुद्दा सहित विगत आठ महीना से अप्रशिक्षितों को मानदेय का भुगतान नहीं किये जाने तथा पलामू जिला के छतरपुर नोडिया बाजार के 435 पारा शिक्षकों को आठ महीना से मानदेय रोके जाने के कारण उनके परिवार में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी दी और 300 पारा शिक्षकों पर पूर्ववर्ती सरकार द्वारा किये गये मुकदमा वापस लेने का मुद्दा उठाया.
जिसपर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया. मौके पर मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र राय, जयप्रकाश यादव, अनूप दत्ता, मनोज साह, राजीव पंजियारा, राजेन्द्रनाथ मांझी, संजय कुमार ,मुकेश राय, सुखदेव ठाकुर, मुहम्मद अली, दुर्गाचरण पाल, युधिर मंडल, संजीव साह, संजय दुबे, मुख्तार अंसारी , अजय प्रसाद ,अनूप भंडारी ,प्रमोद साह, राकेश हांसदा सहित दर्जनों पारा शिक्षक उपस्थित थे.