रांचीः भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस को अब जनतंत्र और गणतंत्र पर ना विश्वास होकर GUNतंत्र पर विश्वास हो गया है. अब कांग्रेस को अपना नाम बदलकर INC के जगह IPC रख लेना चाहिए जहां P का तात्पर्य पिस्टलधारी हो.
शनिवार को पूरे वैश्विक स्तर पर कांग्रेस ने अपनी बदनामी करा दी. पूर्व मंत्री रहे कांग्रेस के प्रत्याशी बंदूक लहराते हुए बूथ पर घूम रहे थे. ये बात प्रतुल रविवार को मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता यह यह दलील दे रहे है की आत्मरक्षा के लिए पिस्टल निकाला था.
कांग्रेस नेताओं को होना चाहिए बेसिक कानून का ज्ञान
प्रतुल ने कहा कि इन कांग्रेस के नेताओं को बेसिक कानून का ज्ञान होना चाहिए. रिप्रेजेंटेशन ऑफ़ पीपल एक्ट 1951 का 134 (B) साफ कहता है कि रिटर्निंग अफसर, पीठासीन अफसर या पुलिस अधिकारी के अतिरिक्त कोई दूसरा व्यक्ति हथियार लेकर पोलिंग स्टेशन के नजदीक भी नहीं जा सकता. 134( बी) के सेक्शन 2 में लिखा है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसकी गिरफ्तारी हो सकती है और उसको 2 वर्ष तक की सजा और फाइन दोनों हो सकता है. प्रतुल ने कहा कि निहत्थे भीड़ पर जिस तरीके से के.एन त्रिपाठी अपने बॉडी गार्डों को पोजीशन लेकर वह गोली चलाने की बात कह रहे थे, यह कांग्रेस की सामंती प्रवृति को दिखाता है. सामने भीड़ खड़ी थी जिसके हाथ में डंडा भी नहीं था. यह पूरा वाक्य दिखाता है कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है.
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भी कार्रवाई नहीं की
प्रतुल ने कहा कि आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने ना तो अभी तक के.एन त्रिपाठी पर ना तो कार्रवाई की है ना उनको पार्टी से निकाला है. सचमुच कभी महात्मा गांधी के उसूलों पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के कार्यकाल तक का एक लंबा सफर तय किया है और बदलाव साफ दिखता है. अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री बिंदेश्वर उरांव ने कहा कि पहले चरण के चुनाव में जनजातीय समाज ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. भाजपा के काम से प्रदेश का जनजातीय समुदाय काफी खुश है. सरकार ने सरना स्थलों और अन्य धार्मिक स्थानों की घेराबंदी का काम किया है. अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सोना खान ने कहा की 5 सालों में सरकार ने जो काम किए हैं उससे समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचा है. राज्य के अल्पसंख्यक वर्गों को भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला है.