गाजियाबाद: मुरादनगर थाना क्षेत्र में रविवार (03 जनवरी) को हुए श्मशान हादसे के मुख्य आरोपी व ठेकेदार अजय त्यागी को पुलिस ने 36 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस गिरफ्त में आए अजय त्यागी ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है.
अजय त्यागी ने पुलिस को बताया कि निर्माण के दौरान उसने बतौर रिश्वत अधिशाषी अधिकारी और जेई को 16 लाख रुपए दिए थे. लंबी पूछताछ के बाद मंगलवार (05 जनवरी) को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
गाजियाबाद पुलिस की गिरफ्त में आए ठेकेदार अजय त्यागी ने कबूला है कि उसने 16 लाख रुपए की रिश्वत अधिकारियों की दी थी. अजय त्यागी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि, मैं मैसर्स अजय त्यागी कान्ट्रेक्टर फर्म का स्वामी हूं.
बताया कि नगर पालिका परिषद मुरादनर, गाजियाबाद के रेलवे रोड गांव उखलारसी में श्मशानघाट के सौन्दर्यीकरण एवं निर्माण का टेंडर अप्रैल 2019 में ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत नगर पालिका द्वारा मेरी कंपनी के नाम आवंटन हुआ था. यह 14वे वित्त के कार्य थे. इनका पैसा शासन द्वारा पहले ही आ जाता है.
श्मशान घाट का टेंडर करीब 55 लाख में छूटा था, जिसका कार्य आदेश माह फरवरी में निर्गत हुआ था तथा 2 माह में कार्य पूर्ण किया जाना था. प्रथम किस्त माह मार्च में लगभग 26 लाख रुपए मिली थी. द्वितीय भुगतान माह जुलाई में 16 लाख रुपए का हुआ था.
पुलिस को बताया कि यदि टाइम पर कार्य पूरा ना होता तो सरकार से आया धन लेप्स हो जाता. इस कार्य का निर्माण जल्दी पूर्ण कराने हेतू मेरे द्वारा एएस कनट्रेक्शन कंपनी के मालिक संजय गर्ग तथा दूसरी कंपनी आरजी विलटेज प्रा.लि. के मालिक भानू प्रकाश गर्ग, सचिन गर्ग व विपिन गर्ग से साझेदारी हेतु मदद ली गई थी और मिलकर कार्य कराया गया था. उखलारसी श्मशान घाट में निर्माण का कार्य हम लोगों ने संयुक्त रुप से मिलकर कराया था. जिसका टेंडर करीब 55 लाख रुपए में हुआ था. जिसमें श्मशान घाट का सौन्दर्यकरण में दीवारों का निर्माण, पुरानी छतों की मरम्मत तथा कॉरीडोर का निर्माण आदि का कार्य था. जिनका सुरवाइजर आशीष एएस कंपनी कनट्रेक्शन की तरफ से था.
बताया कि श्मशान घाट उखलारसी में निर्माण कार्य में कोरीडोर में इस प्रकार के लिंटर एवं डिजाइन की कोई आवश्यकता नहीं थी, किन्तु हम सभी व्यक्तियों द्वारा इसका बजट बड़ा बनाकर धन गबन करने के लिए इस तरह का कार्य कराया गया था और ठेके के एवज में मैंने जेई के कहने पर नगर पालिक के अधिशाषी अधिकारी व जेई को 16 लाख रुपए दिया था. जो मैंने माह मार्च में ही पहली किस्त जारी होने से पहले नगर पालिका के ईओ के कार्यालय में दिए थे.
सीएम योगी ने श्मशान घाट की घटना के लिए जिम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एनएसए लगाने का आदेश दिया है. साथ ही पूरे नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के भी दिए निर्देश दिए गए हैं. इसी के साथ ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में भी डाल दिया गया है. सीएम ने डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी करके पूछा कि जब सितंबर में ही 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया तो चूक क्यों हुई. इसके साथ ही मृतक परिवारों को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता और इनमें आवासहीन परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया करने के भी निर्देश दिए गए हैं.