बलिया में रिटायर्ड फौजी की हत्या का खौफनाक सच
बलिया (उत्तर प्रदेश) — मुस्कुराती तस्वीरों के पीछे छुपी थी वह माया, जिसने प्रेम की राह पर चलते हुए एक ऐसा खूनी खेल रचा, जिससे पूरा इलाका सन्न रह गया। रिटायर्ड फौजी देवेंद्र कुमार की दर्दनाक हत्या के मामले ने जब रफ्तार पकड़ी, तो हर खुलासा पहले से ज्यादा चौंकाने वाला निकला।
तीन दिन पहले बलिया के खरीद गांव के पास एक बागीचे से पॉलीथिन में बंद दो हाथ और दो पैर मिलने से सनसनी फैल गई। वहीं पास के ही एक पुराने कुएं से एक धड़ बरामद हुआ। शव की पहचान होते ही मामले ने नया मोड़ लिया — यह कोई और नहीं, बल्कि सेना से रिटायर हुए देवेंद्र कुमार थे।
पुलिस जांच की परतें खुलीं, तो चौंकाने वाली साजिश आई सामने
देवेंद्र की पत्नी माया देवी, उसका प्रेमी अनिल यादव और उनके दो दोस्त मिथिलेश पटेल व सतीश यादव को जब पुलिस ने हिरासत में लिया, तो उन्होंने जो बताया, उससे अफसर भी हैरान रह गए। माया देवी ने अपने प्रेमी और दोस्तों के साथ मिलकर देवेंद्र की न सिर्फ हत्या की, बल्कि उसके शव को छह टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।
माया का मोहजाल, जिसमें उलझ गई जिंदगी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, माया देवी का अनिल यादव के साथ लंबे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। लेकिन देवेंद्र इस रिश्ते में दीवार बन रहा था। फिर रची गई साजिश — एक सुनियोजित योजना के तहत देवेंद्र को मौत के घाट उतारा गया। हत्या के बाद शव को काटकर पॉलीथिन में भरकर अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया गया, ताकि पहचान मुश्किल हो जाए। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया।
पुलिस कप्तान की टिप्पणी:
बलिया पुलिस अधीक्षक ने बताया, “यह हत्याकांड केवल एक अपराध नहीं, बल्कि भरोसे और रिश्तों के खून की कहानी है। हमने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अब न्याय की प्रक्रिया शुरू होगी।”
अब सवाल ये उठता है — क्या माया का मुस्कान भरा चेहरा लोगों को गुमराह करता रहा? क्या प्रेम की अंधी राह इंसान को हैवान बना देती है?