नई दिल्ली – सोशल मीडिया पर एक नया और खतरनाक ठगी का ट्रेंड सामने आया है, जिसमें आम लोगों को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी विज्ञापनों के जरिए लूटा जा रहा है। ये विज्ञापन AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक से बनाए गए फर्जी वीडियो के जरिए भोले-भाले लोगों को झांसे में लेते हैं, जिनमें कई प्रसिद्ध सेलिब्रिटी और राजनेता दिखाई देते हैं – जैसे कि भोजपुरी स्टार और सांसद मनोज तिवारी, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और अन्य जाने-माने चेहरे।
हमारी टीम ने पूरी रिसर्च कर इसकी पड़ताल कि है ये लोग गल्फ कंट्री मे बैठ कर ये कांड कर रहे है, जिसमे कई नामी लोंगो का फेक ai वीडियो चलाया जाता है और लोंगो से रकम हड़पी ली जाती है.
क्या है पूरा मामला?
इन वायरल वीडियो में सेलिब्रिटी को यह कहते हुए दिखाया जाता है कि एक महिला – “श्वेता शर्मा” – का कोई नया प्रोजेक्ट “सरकार द्वारा अनुमोदित” है और उसमें SBI (भारतीय स्टेट बैंक) मान्यता है। वीडियो में यह भी दावा किया जाता है कि इस योजना में सिर्फ ₹7900 लगाकर ₹1,20,000 तक कमाया जा सकता है।
इन स्कैम ऐड्स में कुछ इस तरह के मैसेज और वीडियो दिखाए जा रहे हैं:
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🟩 Starter Option – Contribution: ₹7,900
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यह मैसेज सीधे लोगों को टेलीग्राम चैनल से जुड़ने के लिए उकसाता है, जहाँ “इन्वेस्ट करो और आराम से बैठो” जैसी स्क्रिप्ट चलाई जाती है।
📢 फर्जी वीडियो में कौन-कौन शामिल?
इन वीडियो में AI deepfake तकनीक का इस्तेमाल करके मनोज तिवारी, महेंद्र सिंह धोनी, और कई नेताओं को यह कहते हुए दिखाया जाता है कि:
यह स्कीम “श्वेता शर्मा प्रोजेक्ट” है
यह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है
इसमें SBI भी शामिल है
इनमें से कोई भी दावा सच्चाई पर आधारित नहीं है।
🛑 असली खेल: विश्वास के बदले धोखा
स्कैमर्स सोशल मीडिया पर paid ads चलाते हैं
वीडियो में फर्जी दावे और नकली चेहरे दिखाए जाते हैं
टेलीग्राम चैनल से जोड़कर पैसे की मांग की जाती है
पैसा मिलने के बाद पीड़ित को ब्लॉक कर दिया जाता है
इस वीडियो को देखकर लोग एक टेलीग्राम चैनल से जुड़ने को कहा जाता है, जहाँ आगे की “स्कीम” समझाई जाती है। फिर शुरू होता है असली खेल – लोगों से पैसे ऐंठे जाते हैं और बाद में न कोई रिटर्न मिलता है और न ही किसी की जवाबदेही होती है।
AI और Deepfake टेक्नोलॉजी का खतरनाक इस्तेमाल
जांच में पता चला है कि इन वीडियो में सेलिब्रिटी का चेहरा और आवाज़ AI द्वारा नकली रूप से तैयार की गई है, जिसे Deepfake वीडियो कहते हैं। ये इतने असली लगते हैं कि आम आदमी के लिए इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है।
लोगों को ऐसे बनाया जा रहा है शिकार
1. फेसबुक-इंस्टाग्राम पर sponsored ad दिखाया जाता है
2. वीडियो में सेलिब्रिटी को झूठे दावों के साथ पेश किया जाता है
3. टेलीग्राम चैनल से जुड़ने को कहा जाता है
4. निवेश के नाम पर ₹5000–₹10000 तक की रकम ऐंठी जाती है
5. बाद में पीड़ित को ब्लॉक कर दिया जाता है
SBI और सरकार ने जारी की चेतावनी
SBI और भारत सरकार की ओर से पहले ही कई बार कहा गया है कि कोई भी सरकारी योजना केवल आधिकारिक पोर्टल पर ही उपलब्ध होती है, और किसी भी प्राइवेट टेलीग्राम चैनल या सोशल मीडिया वीडियो पर विश्वास न करें।
ठगों का उद्देश्य: विश्वास जीतकर जेब खाली करना
इन स्कैम का मुख्य उद्देश्य लोगों के भरोसे को खरीदकर उनके बैंक अकाउंट से पैसा निकालना है। सेलिब्रिटी चेहरे और सरकारी मुहर का झूठा प्रचार करके यह विश्वास पैदा किया जाता है कि स्कीम असली है।
क्या करें अगर आप भी बन गए हैं शिकार?
Cyber Crime Helpline 1930 पर तुरंत कॉल करें
www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
स्कैम से जुड़े सारे स्क्रीनशॉट, वीडियो, ट्रांजैक्शन डिटेल्स सेव रखें
किसी और को इसके बारे में जरूर बताएं ताकि वो ठगे न जाए
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर “दिखता है वही, जो सच नहीं होता”
आज के डिजिटल युग में “AI से बने झूठे चेहरे” आपको आसानी से फंसा सकते हैं। अगर कोई स्कीम बहुत अच्छी लगती है, तो एक बार ठहरकर सोचिए – कहीं यह बहुत अच्छी होने के कारण झूठी तो नहीं?
सावधान रहें, सतर्क रहें और ठगों के जाल में न फँसें।