चतरा: मजदूरों की मौत के बाद एनटीपीसी के निर्माणाधीन प्लांट में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. घटना से आक्रोशित मजदूरों ने शवों को लेकर मुख्य द्वार को अवरूद्ध कर दिया और परिसर के भीतर वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया.
उनका कहना है कि जब तक प्रबंधन के साथ वार्ता नहीं होगी, शवों को उठने नहीं दिया जाएगा. मजदूर शवों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं. खबर लिखे जाने तक वार्ता के लिए एनटीपीसी के कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं. स्थानीय थाना पुलिस ने शवों को उठाने के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सकी.
आक्रोशित मजदूर एनटीपीसी प्रबंधन, भेल व भवानी कंस्ट्रक्शन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. मजदूर मृतक के आश्रित को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर घटना के बाद एनटीपीसी प्रबंधन ने मृतक के परिजनों व घायलों को हर संभव मदद करने की बात कही है. एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी गुलशन टोप्पो ने कहा कि घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि मृतकों को उचित मुआवजा के साथ साथ घायलों का समुचित इलाज एनटीपीसी कराएगी. वहीं सिमरिया विधायक किसुन दास ने मुख्य महाप्रबंधक एमवीआर रेड्डी से बात की और दस फरवरी तक भवानी व ब्रिज एंड रूफ कंपनी का काम बंद रखने को कहा है. विधायक ने मोबाइल पर कहा कि दिल्ली से लौटने के बाद 11 फरवरी को वे बैठक करेंगे. जिसमें मजदूर, एनटीपीसी भेल अधिकारी समेत स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे.