अगले चरण में केबुल कंपनी केईआई कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से केबुल कंपनी और बिजली विभाग के चंद पदाधिकारियों की लापरवाही और बोर्ड के महाप्रबंधक संजय कुमार और मुख्य अभियंता श्रवण कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आज राजधानी रांची स्थित बिजली बोर्ड मुख्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया.
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पोल खोलो कार्यक्रम के तहत बिजली बोर्ड मुख्यालय के बाहर सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए एकदिवसीय धरना दिया.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में अगले चरण में केआई कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी. उसके बाद बिजली विभाग के जिम्मेवार अधिकारियों और अभियंताओं के घर के बाहर प्रदर्शन कर आसपास के लोगां को उनकी करतूतों की जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि बिजली के चंद अधिकारियों और अभियंताओं की लापरवाही से पूरा बिजली विभाग बदनाम हो रहा है.
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव का भी साफ कहना है कि सिर्फ सरकार में शामिल रहने के बावजूद बिजली विभाग और केबुल कंपनियों की लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जहां भी जनहित की अनदेखी होगी, कांग्रेस पार्टी जोरशोर से जनता की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में बिजली विभाग के अधिकारियों को लूट और मनमानी की पूरी छूट दे दी गयी, जिसके कारण पूरे बिजली विभाग की की व्यवस्था चरमरा गयी है. उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में मिली छूट के कारण ही बिजली विभाग केअधिकारियों-कर्मचारियों निडर होकर भ्रष्टाचार और लापरवाही जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे है.
बिजली विभाग के मुख्यालय के बाहर धरना पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्त्ता अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे, जिसमें ‘केईआई कंपनी एवं बिजली अधिकारियों की सांठ-गांठ बंद करो, केईआई कंपनी को ब्लैकलिस्ट करो, बिजली विभाग के अधिकारी होश में आओं, मुख्य अभियंत श्रवण कुमार कोजेल भेजो, केईआई कंपनी को झारखंड से बाहर करो, केईआई कंपनी को संरक्षण देना बंद करो और महाप्रबंधक संजय कुमार को बर्खास्त करो के नारे लिखे हुए थे.
इस धरना प्रदर्शन में फिरोज रिजवी मुन्ना, सोनी नायक, विनीता पाठक, देवजीत देवघरिया, जितेंद्र त्रिवेदी, एसके तामंग, सागर क्षेत्री, दिनेश खलखो, संजीव यादव और संजय यादव, अजय सिंह, रमेश उरांव और मुकेश पासवान समेत कई नेता-कार्यकर्त्ता उपस्थित थे.