रांची: सरकारी कानून और पुलिस कैंप के खिलाफ झारखंड के चाईबासा शहर में नक्सलियों ने बैनर लगाकर खुलेआम प्रशासनिक व्यवस्था को चुनौती दी है. शहर के बीचों-बीच पहली बार भाकपा माओवादियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए दो जगह बड़े-बड़े बैनर लगाए हैं. इसको लेकर पूरे चाईबासा में दहशत का माहौल है.
माओवादियों ने शहर के सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले इलाके बस स्टैंड के सामने डेली मार्केट मंगला हाट में लाल रंग का बैनर टांग दिया है. वहीं दूसरा बैनर क्रिकेट स्टेडियम के मार्केट में लगाया गया है.
शहर के सबसे व्यस्ततम इलाके में नक्सलियों के बैनर से दहशत फैल गई है. खासकर बस स्टैंड के इलाके में नक्सलियों के बैनर लगाने से लोग हैरान भी हैं. नक्सलियों ने कब यहां आकर बैनर लगाया, इसको लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. बुधवार की सुबह 5 बजे मंगला हाट के दुकानदारों ने बैनर लगाए जाने की सूचना पुलिस को दी.
सरकार के खिलाफ फौज खड़ी करने की चेतावनी
दोनों बैनर के माध्यम से नक्सलियों ने अलग-अलग संदेश दिए हैं. नक्सलियों ने गांव-गांव में सरकार के खिलाफ पार्टी और फौज खड़ी कर संयुक्त मोर्चा बनाने का आह्वान किया है. साथ ही गांवों में बने पुलिस कैम्पों को हटाने के लिए लोगों से एकजुट होने का भी आह्वान किया है. क्या लिखा है बैनर में :
स्टेडियम के टांगे सफेद बैनर में माओवादी नक्सलियों ने सारंडा एक्शन प्लान का पुरजोर विरोध करने का आह्वान किया है. वहीं, 5वीं अनुसूची और पेशा कानून के तहत ही ग्राम सभा का आयोजन कर सरकारी योजना को मंजूरी देने का आह्वान किया है. इसके अलावा मंगला हाट में टंगे लाल रंग के बैनर में माओवादियों ने 16वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने दो शीर्ष नेता चारू मजूमदार और कन्हाई चटर्जी को लाल सलाम कर अभिवादन किया है.
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय में पहली बार नक्सलियों ने इस तरह के बडे-बड़े बैनर लगाए हैं. बीते दिनों ही नए एसपी अजीत लिंडा ने जिले के पुलिस कप्तान का पदभार ग्रहण किया है. एसपी ने पद संभालते ही नक्सलियों के खिलाफ और भी आक्रामक सर्च ऑपरेशन शुरू करने का बयान दिया था.