लोहरदगा: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आज उपायुक्त आकांक्षा रंजन सिंह ने राजकीयकृत मध्य विद्यालय, लोहरदगा में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. छात्राओं ने स्वागत गान गाकर अतिथियों का स्वागत किया.
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि 10 फरवरी को 1-19 वर्ष के बच्चों को एलबेंडाजॉल की दवा खिलायी जायेगी. प्रत्येक छह माह में एलबेंडाजॉल की दवा खिलाने के पीछे मुख्य उदे्श्य यह है कि बच्चे कृमि मुक्त रहें. सभी शिक्षक छात्र-छात्राओं को साफ-सफाई के संबंध में बतायें. खाना खाने से पहले और शौच से आने के बाद हाथ अच्छी तरह जरूर धोयें. खाली पैर शौचालय नहीं जायें. अभिभावक अपने बच्चों को एलबेंडाजॉल की दवा जरूर खिलाना सुनिश्चित करें. दवा खिलाने से संबंधित सावधानियां अवश्य बरतें.
19 छात्र-छात्राओं को खिलायी गयी दवा
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उद्घाटन के मौके पर सांकेतिक तौर पर 19 छात्र-छात्राओं को एलबेंडाजॉल की दवा खिलायी गयी. इनमें सरिता कुमारी, अंजलि उरांव, केश्वर भगत, देवराज उरांव, सुहानी उरांव, रेश्मा उरांव, सुलेखा कुमारी, सोनज उरांव, दुर्गेश भगत, मुनिता कुमारी, मनीषा कुमारी, सोनालिका कुमारी, दीपाली कुमारी, पूर्णिमा उरांव, अनीता टोप्पो, प्रियंका कुमारी, राजनंदिनी कुमारी, अनु उरांव और शिवम रजक शामिल रहे.
कृमि से मानसिक व शारीरिक विकास होता है अवरूद्ध
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने कहा कि पेट में कृमि होने से मानसिक व शारीरिक विकास अवरूद्ध हो जाता है. वर्ष में दो बार फरवरी व अगस्त माह में कृमिनाशक दवा एलबेंडाजॉल की दवा खिलायी जाती है.
एलबेंडाजॉल की दवा खाने पर किसी प्रकार का नुकसान नहीं है. 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधा गोली चूर्ण कर खिलाए. वहीं 2 से 3 वर्ष के बच्चों को 1 गोली चूर्ण कर खिलाना है, जबकि 3 से 19 वर्ष को चबाकर गोली खाना है. खाली पेट दवा नहीं खिलाना है. बीमार बच्चा जिसका दवा चल रहा है, दवा नहीं खिलाना है. अगर किसी को चक्कर या बेचैनी महसूस होता है. वह दवा खाने के बाद 10-15 मिनट बैठाकरआराम अवश्य कराएं. पूर्व से अगर कोई दवा का सेवन कर रहे हैं तो वे यह दवा नहीं खायें.
बीते वर्ष लोहरदगा जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के लक्ष्य को 93.07 प्रतिशत हासिल किया गया था. उम्मीद है कि इस बार हम 100 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे. यह दवा 10 फरवरी को खिलायी जायेगी. जो छूट जायेंगे उन्हें मॉप-अप राउंड के तहत 17 फरवरी को दवा खिलायी जायेगी. इस बार 2 लाख 61 हजार 804 को यह दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है.
कार्यक्रम में उद्घाटन के मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन महावर समेत अन्य शिक्षकगण व स्वास्थ्य विभाग के कर्मी मौजूद थे.