साजन मिश्रा,
गोड्डा: बढ़ती गर्मी और चिलचिलाती धूप का साया लेकिन विभाग को नहीं है कोई मोह-माया…..जी हां!आपने ठीक ही पढ़ा, गोड्डा जिले के बसंतराय प्रखंड अंतर्गत डेरमा पंचायत के सनौर गांव में पिछले तीन महीने से एक चापाकल विभागीय आश्वासन का शिकार हो गया है.
आपको बता दें सनौर गांव स्थित मुख्य मार्ग से ठीक सटे बजरंगबली मन्दिर के पास का चापाकल पिछले तीन महीने से खराब पड़ा है,जिसे लेकर ग्रामीणों के द्वारा स्थानीय डेरमा पंचायत की मुखिया नीलम देवी से इसे ठीक कराने की मांग की गयी लेकिन बावजूद उसके समस्या जस की तस बनी रही, जिसके बाद ग्रामीणों ने सीधे पेयजल विभाग के कनीय अभियंता से अपनी समस्या को साझा किया.
Also Read This:केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने की कोरोना पर सतर्कता मीटिंग
वहीं विभाग के द्वारा एक सप्ताह के अंदर यहां नए सिरे से बोरिंग कराने का आश्वासन भी मिला लेकिन एक महीना से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद न तो विभाग ने अपने आश्वासन को पूरा किया ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि ने अपना फर्ज अदा किया. नतीजन रविवार को पुनः ग्रामीणों ने गर्मी पूर्व ही पेयजल की भीषण संकट से उबारने के लिए गोड्डा जिला के पेयजल विभाग एवं जिला उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बढ़ रहे गर्मी के प्रकोप को देखते हुए उक्त चापाकल को अविलम्ब दुरुस्त कराने की मांग की है.
Also Read This:विकास को मिलेगी गति: जिशान कमर
ज्ञात हो कि खराब पड़े इस चापाकल से लगभग दो सौ से तीन सौ आबादी हर समय लाभान्वित होते थे लेकिन पिछले कुछ महीनों से इस चापाकल में सोलर वाटर प्लांट लगने के बाद ये एक महज शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. ऐसे में ग्रामीणों ने अपने स्तर से कई एक प्रयास भी किया जिससे कि चापाकल फिर से चालू हो सके लेकिन सम्भवतः बोरिंग में ही धसना गिर जाने के कारण सभी प्रयास बेकार हो गया और ग्रामीण सम्बन्धित विभाग के शरण में चले गए, विभाग से अश्वासन भी मिला लेकिन वो अश्वासन भी किसी राजनेता के तरह सिर्फ वादों के लड्डू तक ही सीमित रह गयी, ऐसे में ग्रामीण लम्बोदर ततवा, कृष्ण यादव, गुड्डू ठाकुर, लालू यादव, डब्लू मिश्रा, जयराम ततवा, नारायण ततवा, मुकेश मिश्रा, मनीष कुमार, राहुल भगत सहित दर्जनों लोगों ने विभाग एवं जिला उपायुक्त से चापाकल को अविलम्ब चालू कराने की मांग की है.