भोपालः पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश की राजनीति में उथल पुथल जारी है. राज्यसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. उच्च सदन के लिए खाली हो रही प्रदेश के कोटे से तीन सीटों पर इस बार प्रतिनिधित्व करेगा इसको लेकर सियासी गलियारों में अटकलें लगनी तेज हो गई है. कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा में वर्तमान सांसद दिग्विजय और ज्योतिरादित्य सिंधिया तगड़े दावेदार माने जा रहे है.
दोनों ही नेताओं के समर्थक अपने नेताओं के पक्ष में लॉबिंग में भी कर रहे है. मध्य प्रदेश से कांग्रेस के कोटे से राज्यसभा कौन जाएगा इस पर अंतिम मोहर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी लगाएगी. मध्य प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती है इन दो सीटों को लेकर कौन उम्मीदवार होगा इसको लेकर कांग्रेस में बड़ा घमासान मचा हुआ है.
अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ही तय करेगी कि कौन उम्मीदवार होगा. अगर बात करें मौजूदा सांसदों की तो पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और सत्यनारायण जाटिया का राज्यसभा कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा हो रहा है. इन सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है. राज्यसभा चुनाव के सियासी के सियासी समीकरण को देखे तो इस बार कांग्रेस के खाते में दो सीटें जाने की पूरी संभावना है वहीं भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा सकता है.
विधानसभा में इस समय मौजूदा सदस्यों की संख्या 228 है और इस लिहाज से राज्यसभा चुनाव के लिए एक सीट के लिए 58 विधायकों के वोट चाहिए. इस लिहाज से भाजपा और कांग्रेस के खाते में एक-एक सीट तो जाना तय है लेकिन तीसरी सीट को लेकर सियासी उठापटक देखने को मिल सकता है. राज्यसभा चुनाव को लेकर अब भाजपा और कांग्रेस में रायशुमारी का दौर शुरु हो गया है.
भाजपा से जुड़े सूत्र बताते है कि अगले सप्ताह भाजपा ने नए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर मंथन करेंगे. वर्तमान सांसद प्रभात झा एक बार फिर अपनी दावेदारी जता रहे है तो भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी राज्यसभा जाने की रेस में तगड़े दावेदार है. वहीं पार्टी किसी आदिवासी चेहरे पर भी दांव लगा सकती है.