गुमला: परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में जिला एथलेटिक्स संघ द्वारा जिला स्तरीय क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन किया गया. अंडर-14, अंडर-16, अंडर-18 व अंडर-20 वर्ग का रेस हुआ. इसमें जिले के 200 से अधिक बालक व बालिका खिलाड़ियों ने भाग लिया. दो किमी, चार किमी, छह किमी, आठ किमी व 10 किमी रेस हुआ. मुख्य अतिथि प्रशिक्षु आईएएस मनीष कुमार थे.
विजेता खिलाड़ियों को अतिथि व आयोजन समिति के लोगों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि मनीष कुमार ने कहा कि गुमला के आप टैलेंट हैं. आप में वो टैलेंट है, जो किसी में नहीं है. इसलिए आपसे गुमला को काफी उम्मीदें हैं. आप बेहतर करें. ताकि आपका व गुमला का नाम रोशन हो. उन्होंने कहा कि मैं दौड़ का शौकीन हूं. प्रत्येक दिन मैं खुद छह किमी दौड़ता हूं. क्योंकि मुझे स्वस्थ रहना है. शुरू में तीन किमी दौड़ता था. धीरे-धीरे छह किमी तक दौड़ने लगा. मतलब कि लगातार अभ्यास से हम बेहतर कर सकते हैं. गुमला में बालक व बालिका खिलाड़ियों को संसाधन मिले. खानपान अच्छा हो, तो निश्चित रूप से यहां के खिलाड़ी आगे बढ़ेंगे. गुमला के कई खिलाड़ी राज्य व राष्ट्रीय स्तर में भाग लिया है. खेल के साथ पढ़ाई जरूर है. जो हारे हैं. वे निराश न हो. आप मन में ये बात जरूर बैठा ले कि आप जब आने वाले दिनों में किसी प्रतियोगिता में भाग ले तो बेहतर करें. आप अब राज्य स्तर में बेहतर प्रदर्शन करे. मंच का संचालन कमल उरांव ने किया. जबकि पूरे कार्यक्रम की अध्यक्षता एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष फादर रामू विंसेंट मिंज ने किया.
क्रॉस कंट्री में गुमला की तूती बोलती है : सरवर
एथलेटिक्स के तकनीकी पदाधिकारी सरवर इमाम ने कहा कि क्रॉस कंट्री का गुमला में पुराना इतिहास रहा है. क्रॉस कंट्री रेस में गुमला का नाम आते ही दूसरे जिला के खिलाड़ियों में हड़कंप मच जाती थी. इसलिए आप अपने दम पर बेहतर करें. गुमला का नाम रोशन करे. इस प्रतियोगिता में जिन खिलाड़ियों का चयन हुआ है. आप सोये नहीं. बेहतर प्रदर्शन करें. चयनित खिलाड़ी अगर आपको लगता है कि मैं आप लोगों की कुछ मदद कर सकता हूं तो आप शाम चार बजे इग्नासियुस स्कूल के ग्राउंड में जरूर आये. मैं उन्हें प्रशिक्षण दूंगा. गुमला से कई खिलाड़ी पैदा हुए हैं जो क्रॉस कंट्री रेस में गुमला का नाम रोशन किया है. अब आप सभी खिलाड़ियों पर गुमला को भरोसा है. आप बेहतर करें. ताकि गुमला का नाम एकबार फिर क्रॉस कंट्री में ऊंचा हो.
29 दिसंबर को पलामू में है रेस : अध्यक्ष
एथलेटिक्स संघ गुमला के अध्यक्ष फादर रामू विंसेंट मिंज ने कहा कि आज इस कड़ाके की ठंड में आप सभी खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा दिखायी है. अब आप आगे बेहतर करने का प्रयास करे. इस क्रॉस कंट्री रेस को सफल बनाने में सभी का योगदान रहा है. 29 दिसंबर को पलामू में आयोजित प्रतियोगिता में आप खिलाड़ी गुमला जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे. आप लोगों ने जिस प्रकार गुमला में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. उसकी प्रकार पलामू में भी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गुमला का नाम रोशन करें. एथलेटिक्स संघ गुमला के संरक्षक सह पत्रकार दुर्जय पासवान ने कहा है कि गुमला ने खेल में नाम कमाया है. यह नाम इसबार फिर क्रॉस कंट्री रेस में कमाना है. आप खिलाड़ियों पर गुमला जिला की नजर है. आप बेहतर करेंगे तो आपका और गुमला दोनों का नाम होगा.
रेस को सफल बनाने में इनका रहा योगदान
फादर रामू विंसेंट मिंज, फादर मनोहर खोया, फादर कल्याण, सरवर इमाम, प्रभात रंजन तिवारी, प्रदीप राम, कमल उरांव, जितेंद्र कच्छप, मनोज साहू, कार्तिक उरांव, सुभाष धनवार, आनंद कुजूर, संदीप कुमार गुप्ता, तबरेज आलम, मेटेजी, राजू, सुमित सहित कई लोग थे. वहीं प्रतियोगिता में विधि व्यवस्था को लेकर गुमला पुलिस अलर्ट थी. जगह-जगह पर पुलिस फोर्स तैनात थी. दौड़ के दौरान खिलाड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो. इसका पूरा ख्यान रखा जा रहा था.
विजेता खिलाड़ी
कुहासे के बीच खिलाड़ियों ने खेल के क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए दौड़ लगाये. जिसमें अंडर-14 बालक वर्ग में प्रथम सतीश उरांव, द्वितीय बिलेंद्र उरांव, तृतीय दिनेश महतो रहा. अंडर-14 बालिका में प्रथम चंद्रमुनी उरांव, द्वितीय सीमा पन्ना, तृतीय अलका इंदवार रही. अंडर-16 बालक वर्ग में प्रथम सुशील उरांव, द्वितीय परमेश्वर उरांव, तृतीय सुमित उरांव रहा. वहीं अंडर-16 बालिका वर्ग में प्रथम अगाथा एक्का, द्वितीय नीलम तिर्की व तृतीय सुधा अंकिता तिर्की रही. अंडर-18 बालक वर्ग में प्रथम जगदीश उरांव, द्वितीय किशुन उरांव, तृतीय जगनारायण सिंह रहा. अंडर-18 बालिका वर्ग में प्रथम पुनिया कुमारी, द्वितीय ललिता इंदवार, तृतीय प्रिया टेटे रही. अंडर-20 बालक वर्ग में प्रथम कमलेश उरांव, द्वितीय चंद्र उरांव, तृतीय धर्मेंद्र उरांव रहा. ओपेन बालक वर्ग में प्रथम शिव कुमार उरांव, द्वितीय सुनील उरांव व तृतीय स्थान पर सुमित उरांव रहा. वहीं बालिका वर्ग के ओपेन में प्रथम चंद्रमुनी कुमारी रही.