गया: नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है यह घमासान आंदोलन का रूप ले चुका है. इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अल्पसंख्यक समाज की उपेक्षा नहीं होने की पूरी गारंटी दी है. गुरुवार को गया के गांधी मैदान में आयोजित जनजागरूकता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन किसको भड़काता है, हम ध्यान नहीं देते. लेकिन जरा बता दीजिए- भड़काने वालों ने मुसलमानों के लिए क्या किया? हम लोगों ने मुसलमानों के लिए काम किया.
सीएम नीतीश ने 258 करोड़ रुपये की 59 योजनाओं का उद्घाटन और 699 करोड़ रुपये की 193 योजनाओं का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि गया ओटीए को बंद करने के फैसले के खिलाफ वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करेंगे.
सीएम ने कहा कि आज जो लोग मुसलमानों को भड़काने में लगे हैं, उन्हें सरकार चलाने का मौका मिला था. तब उनलोगों ने मुसलमानों के लिए क्या काम किए? मुसलमानों के लिए कुछ नहीं करने वाले लोग उन्हें भड़का रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं इस बात की गारंटी लेता हूं कि अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी. कुछ लोग अनाप-शनाप प्रतिक्रिया दे रहे हैं, वह भी बिना समझे बुझे.
सीएम ने आगे बोलते हुए कहा कि कुछ लोग यह भी चाहते हैं कि गड़बड़ हो जाए लेकिन हम अपने स्टैंड पर कायम हैं. हमारे रहते कुछ भी गलत नहीं होगा. हमने अल्पसंख्यकों के लिए जितना काम किया वह आजतक किसी ने नहीं किया. उन्होंने कहा कि सभी समुदाय और समाज के लोग आपस में प्रेम और भाईचारा का भाव रखें. हर समाज और बिहार के समग्र विकास के प्रति संकल्पति हैं.
गौरतलब हो कि नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर देशभर के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहै हैं. इस दौरान यूपी में जमकर हिंसा हुई. संभल में प्रदर्शनकारियों ने बस में आग लगा दी जबकि लखनऊ में पुलिस चौकी फूंकी गई और दर्जनों वाहनों को आग के हवाले किया गया. उधर, गुजरात में भी उग्र प्रदर्शन हुआ, अहमदाबाद में भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया.