देवघर: भारत की जनगणना, 2021 के तहत पांच दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुरूआत उपायुक्त-सह-प्रधान जनगणना पदाधिकारी नैन्सी सहाय द्वारा दीप प्रज्जवलित कर पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र, जसीडीह में किया गया.
इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि भारत की जनगणना, 2021 अंतर्गत दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाना है. पहले चरण के प्रशिक्षण में कुल 51 जिला स्तरीय प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 24 से 28 फरवरी तक दिया जायेगा. ऐसे में आवश्यक है कि आप सभी प्रशिक्षण को गंभीरता से लें, ताकि जनगणना कार्य सरलता से हो सके. इसके अलावे उन्होंने कहा कि जनगणना कार्य भारत की अत्याधिक गतिविधियों में से एक है. हर 10 वर्षो में एक बार जनगणना का कार्य किया जाता है. जनगणना ग्राम, शहर एवं वार्ड स्तर पर पर प्राथमिक आंकड़ों का सबसे बड़ा स्त्रोत है. जनगणना में संकलित किये गये आंकड़े बहुत महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि ये देश की योजना एवं विकास के लिये आधार उपलब्ध कराते है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह चुनावों के लिये रिटर्निंग अधिकारियों की पुस्तिका का अक्षरशः पालन कर सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराया जाता है, उसी तरह जनगणना के किताबों का गहराई से अध्ययन कर और इसका अक्षरशः पालन करने से जनगणना कार्य सरलता से होगा. इसलिये इस प्रशिक्षण को गंभीरता से लें.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय ने बताया कि यह जनगणना भारत की प्रथम डिजिटल जनगणना होने के कारण पूर्व की जनगणनाओं से भिन्न हैं. इस जनगणना में प्रगणकों को स्वयं के मोबाईल फोन का उपयोग करते हुए परिवारों से डिजिटल रूप से आंकड़े संकलित करने का कार्य किया जायेगा. इसके अलावे जनगणना के काम में लगाए गए अधिकारियों व पदाधिकारियों को विभिन्न भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए जनगणना निगरानी और प्रबंधन पोर्टर की व्यवस्था की गयी है.
जनगणना के पहले चरण में प्रगणक मुख्यतः मकानों की स्थिति, परिवार के पास उपलब्ध सुविधाओं एवं परिसंपत्तियों से संबंधित आंकड़े एकत्रित किया जाना हैं. ऐसे में आप सभी से आग्रह होगा कि पूरे ध्यान से प्रशिक्षण प्राप्त करें, ताकि अपने अधिनस्थ कर्मियों को भी जनगणना हेतु आप सही तरीके से प्रशिक्षित कर सकेंगें.