सूर्यकांत कमल,
चतरा : दिनरात मेहनत कर जिले में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ रखने वाले मानव दिवस कर्मियों के आठ माह के मानदेय का भुगतान अबतक नहीं हुआ है. विद्युत व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाने वाले मानव दिवस कर्मियों से काम लेने के बाद जेवीवीएनएल की निबंधित आउटसोर्सिंग एजेंसी टॉप्स ग्रुप इंटेलिजेंस प्राइवेट लिमिटेड कर्मियों के लंबित मानदेय का भुगतान किये बगैर काम छोड़कर भाग गई. कंपनी के इस व्यवहार से क्षुब्ध विद्युतकर्मियों ने शुक्रवार को परिसदन भवन में चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे सूबे के श्रम व नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता से मुलाकात की .
मौके पर संघ के शेखर वर्मा के नेतृत्व में कर्मियों ने एक मांगपत्र भी मंत्री को सौंपा. मांगपत्र के माध्यम से विद्युत कर्मियों ने आठ महीने का लंबित मानदेय भुगतान कराने की मांग की है. कहा है कि जून 2017 से अक्टूबर 2018 तक टॉप्स ग्रुप में कर्मियों ने काम किया था. लेकिन उसके एवज में महज फरवरी 2018 तक का ही मानदेय का भुगतान किया गया है.
शेष आठ माह के मानदेय का भुगतान अबतक कर्मियों को एजेंसी के द्वारा नहीं किया गया है. जिससे कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. विद्युतकर्मियों ने मंत्री से मामले में हस्तक्षेप कर बकाया मानदेय का भुगतान कराने की मांग की है. प्रतिनिधिमंडल में राजू रजक, धर्मेंद्र प्रसाद, इंद्रदेव यादव व रविन्द्र राम समेत मानव दिवस कर्मी मौजूद थे.