कोडरमा: आपका बचत किया हुआ या बीमा कराया गया पैसा कब आपके काम आ जाये, यह कहा नहीं जा सकता. ऐसा ही एक मामला भारतीय स्टेट बैंक कोडरमा बाजार शाखा में देखने को मिला.
जहां के एक खाताधारक स्व. शशि यादव, पिता वासुदेव यादव (नावाडीह, कोडरमा) के परिजनों को दो लाख रुपये की राशि मिली है. बता दें कि शशि छत्तीसगढ़ में ट्रक ड्राइवरी कर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा था.
इसी दौरान 09 जून 2018 को ट्रक पलट जाने के कारण उसकी मृत्यु हो गई. इसके बाद मानो उसके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
घटना के बाद किसी ने मृतक के परिजनों को बताया कि एसबीआई में 1 सौ रुपया सलाना बीमा के नाम पर कटता है. अगर शशि के खाते से भी पैसा कटा होगा तो शायद आपको बीमा की राशि प्राप्त हो जाए.
इसके पश्चात मृतक शशि के पिता उसके द्वारा संचालित खाते की पासबुक लेकर एक उम्मीद के साथ बैंक पहुंचे. जहां उन्होंने बैंक के कर्मचारियों से मिलकर इसकी जांच पड़ताल करवाई.
जिसके पश्चात यह पाया गया कि मृतक शशि ने अपना खाता खुलवाने के समय ही अपने खाते से 1 सौ रुपया बीमा के नाम पर कटवा दिया था और नियम अनुसार नॉमिनि को बीमा राशि के रूप में 2 लाख रुपये 100 रुपये के बदले मिला 2 लाख रुपये मिलेंगे.
यह खबर सुनकर मृतक के पिता के दिल से अपने बेटे के खोने का गम थोड़ा हल्का हुआ. इधर बैंक के शाखा प्रबंधक अमिताभ श्रीवास्तव ने कर्मचारियों से यथाशीघ्र सभी जरूरी प्रक्रिया को पूरा कर जल्द से जल्द मृतक के पिता को राशि भुगतान करने का आदेश दिया.
जिसके पश्चात दिनांक 4 नवंबर को मृतक के पिता वाशुदेव यादव के खाते में बीमा की राशि डाल दी गई. जिसकी पुष्टि गुरुवार को मृतक के पिता को शाखा प्रबंधक द्वारा अन्य कर्मियों की उपस्थिति में पासबुक प्रदान कर किया गया.
इस अवसर पर शाखा प्रबंधक ने कहा कि यह भारतीय स्टेट बैंक की ओर से मृतक के परिजनों को बहुत बड़ी मदद मिली है. उन्होंने कहा कि एसबीआई के द्वारा संचालित यह योजना काफी कम राशि में लाभुकों को दिया जाता है.