रांची: रांची विधानसभा क्षेत्र से 1972 से 1977 तक कांग्रेस विधायक रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता देवदत्त साहू के निधन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कृषिमंत्री बादल और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लालकिशोर शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.
दिवंगत पूर्व विधायक देवदत्त साहू का पार्थिव शरीर आज रांची स्थित कांग्रेस मुख्यालय में लाया गया,जहां उन्हें पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं ने श्रद्धांजलि दी और कांग्रेस पार्टी का झंडा उन्हें समर्पित किया गया. सम्मान देने के बाद उन्हें अंत्येष्टि के लिए मुक्तिधाम के लिए विदाई दी गयी. पार्टी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समेत अन्य नेता हरमू स्थित मुक्तिधाम में अंत्येष्टि में शामिल होंगे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने एक जमाने में पार्टी के कद्दावर नेता रहे पूर्व विधायक देवदत्त साहू के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपने जीवनकाल में उन्होंने संगठन की मजबूती प्रदान करने के लिए कई त्याग किये, इसके लिए संगठन की ओर उनके प्रति वे कृतज्ञता व्यक्त करते है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता सह राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पूर्व विधायक देवदत्त साहू ने सदैव आमजन की समस्या के समाधान की दिशा में प्रयासरत रहे और एक ईमानदार तथा निष्ठावान कार्यकर्त्ता की हर पल संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे रहे. उनके निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है.
कृषिमंत्री बादल ने कहा कि पूर्व विधायक देवदत्त साहू जैसे नेता पार्टी के साधारण कार्यकर्त्ताओं के लिए सदैव प्ररेणा स्त्रोत के रूप में याद किये जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जन्म लेना, बड़ा होना और फिर मृत्यु को प्राप्त करना जीवन की सच्चाई है, लेकिन जिस तरह से देवदत्त साहू ने अपने क्षेत्र और राज्य की भलाई के लिए काम किया, उसे लोग सदैव याद रखेंगे.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे , लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य नेताओं ने भी देवदत्त साहू के निधन पर उनके घर जाकर पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया और शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी तथा ईश्वर से उनके परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व विधायक देवदत्त साहू युवा कांग्रेस के रांची जिलाध्यक्ष रहे और वर्ष 2000 से 2001 तक प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय प्रभारी तथा बाद में प्रदेश उपाध्यक्ष समेत अन्य पदों पर भी रहे. उन्होंने अपने पूरे जीवन को समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया और समाज सेवा में जीवन भर व्यस्त रहने के कारण शादी तक नहीं की.
देवदत्त साहू ने आपातकाल में विरोधियों का डटकर किया था मुकाबला
रांची. रांची विधानसभा क्षेत्र से 1972 से 1977 तक कांग्रेस विधायक रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता देवदत्त साहू का सोमवार देर रात निधन हो गये. आपातकाल में देवदत्त साहू ने विरोधियों का डटकर मुकाबला किया था और संगठन के लिए तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के फैसले का बचाव करते रहे.
1970 के दशक में युवा कांग्रेस के जुझारू कार्यकर्त्ता के रूप में इंदिरा गांधी की नजर उन पर पड़ी और काफी कम उम्र ही उन्हें पार्टी उम्मीदवार बनाया गया. छात्र जीवन से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले देवव्रत साहू रांची जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे. बाद में अलग झारखंड राज्य गठन के वक्त वे वर्ष 2000 से 2001 तक प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय प्रभारी . वे प्रदेश उपाध्यक्ष समेत अन्य पदों पर भी रहे.
पूर्व विधायक देवदत्त साहू के निधन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कृषिमंत्री बादल और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लालकिशोर शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.