जमशेदपुर: चांडिल थाना अंतर्गत कांदरबेडा में जमीन माफियाओं द्वारा आदिवासी जमीन, सरकारी जमीन एवं सरकारी तालाब और नाला को जबरन घेराबंदी कर चारदीवारी निर्माण करने की लिखित आवेदन देने के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने अपने स्तर से चारदीवारी निर्माण को तोड़ दिया. वही ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत अक्टूबर माह में सरायकेला उपायुक्त, चांडिल एसडीओ एवं चांडिल सीओ को एक ज्ञापन सौंपा गया था.
जिसको मिथिला मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जबरन अपने कब्जे में लेकर चारदिवारी करने का प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीणों ने प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि सभी पदाधिकारी को लिखित आवेदन देने के बावजूद प्रशासन ने कोई करवाई नहीं किया. आखिरकार ग्रामीण अपनी जल जंगल जमीन को बचाओ के मांग को लेकर एक बैठक किया तथा बैठक में निर्णय लिया कि प्रशासन की ओर से कुछ होने जाने वाला नहीं है, हमें अपनी जल जंगल जमीन की बचाव के लिए खुद लड़ाई लड़नी होगी. उधर ग्रामीण महिला व पुरुष मिथिला मोटर द्वारा कराई जा रही चारदीवारी निर्माण को अपने स्तर से तोड़ना शुरू कर दिया.
मिथिला मोटर की चारदीवारी तोड़ने की सूचना पर चांडिल एसडीओ डॉ विनय कुमार मिश्र पहुंचे तथा ग्रामीणों की समस्याओं को सुन मिथिला मोटर्स के कर्मचारी को कहा कि ग्रामीणों को विश्वास में लेकर काम करने की जरूरत है. अगर सरकारी जमीन, तालाब या नाला कुछ भी चारदीवारी के अंदर में पड़ता है और उसे आप लोग लीज पर लिए हैं तो इसकी जानकारी चांडिल सीओ , प्रशासन एवं ग्रामीणों को देकर ही आगे काम करने का जरूरत है.
एसडीओ ने मिथिला मोटर्स के कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि अगर मिथिला मोटर्स सरकारी जमीन को लीज पर लिया है तो वे अपनी कागजात दिखाकर आगे की काम करें. वहीं एसडीओ ने कहा की ग्रामीणों एवं प्रशासन को डार्क में रखकर काम करने से प्रशासन करवाई करने में मजबूर होगी.