ब्यूरो चीफ,
रांची: राज्य के डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा है कि झारखंड में नव नियुक्त एएसआइ झारखंड पुलिसिंग के लिए गेम चेंजर बनेंगे. पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए डीजीपी ने कहा कि पुलिस में अंधाधूंध भीड़ बढ़ाने से अधिक जरूरी है, कि क्वालिटी वाले लोग पुलिस में आयें.
राज्य में 25 सौ नये एएसआइ की बहाली हुई है. ये अच्छे नेतृत्वकर्ता बनें, इसमें 550 इंजीनियर हैं. साफ औऱ पारदर्शी तरीके से बहाली की गयी है.
इसलिए सभी जिलों के एसपी को यह जवाबदेही सौंपी गयी है कि इनका बेहतर उपयोग करें. देश के सबसे बेहतर प्रशिक्षण केंद्रों में इन एएसआइ को प्रशिक्षण दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मेरा यह अनुभव रहा है कि पुलिसिंग के लिए धैर्य और संबल जरूरी है. उन्होंने कहा कि जिलों के एसपी का भी यह दायित्व है कि वे सबकी बातें सुनें, एकतरफा सुनवाई नहीं करें.
एएसआइ स्तर के पुलिस कर्मियों को भी इसी तरह अनुशासन की परिभाषा सिखायें. डीजीपी ने बढ़ते साईबर अपराध पर चिंता जताते हुए इस पर रोक लगाने का निर्देश भी दिया.
राज्य में प्रत्येक माह साईबर अपराध से ग्रसित जिलों को आवश्यक निर्देश देने की बातें भी कही गयी. लोगों को जागरुक करने पर भी बल दिया गया.
सभी क्षेत्रीय पुलिस अधीक्षकों औऱ पुलिस अधीक्षकों को नक्सल औऱ आपराधिक गतिविधियों के मद्देनजर उस पर अंकुश लगाने का आदेश भी दिया गया. नक्सल कांडों की मॉनिटरिंग की रिपोर्ट करने की बातें भी उन्होंने कही.