मेदिनीनगर: कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह हत्याकांड के खुलासे के लिए गठित पलामू पुलिस की विशेष अनुसंधान टीम ने हत्या में शामिल तीन और अपराधियों को गिरफ्तार किया है. एसआइटी के हत्थे चढ़े अन्नु विश्वकर्मा, श्वेतकेतु तिवारी उर्फ चंगु, अमरेश मेहता हत्याकांड में मुख्य शूटर विजय शर्मा उर्फ गुरुजी के सहयोगी थे.
उक्त जानकारी पलामू के पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने दी. वे सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि कुणाल हत्याकांड का मुख्य शूटर विजय शर्मा व राजेश वर्मा उर्फ फंटूश की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया था. इस घटना में अपराधी अमरेश मेहता ने कुणाल की कार में सफारी वाहन से धक्का मारा था. सफारी के पीछे-पीछे एक अपाची मोटरसाइकिल अन्नु विश्वकर्मा व विजय शर्मा चला रहे थे.
दूसरी मोटरसाइकल पर श्वेतकेतु उर्फ चंगु व उसका एक सहयोगी विजय मेहता बैठा था. धक्का मारने के बाद कार के रुकते ही विजय शर्मा व विजय मेहता अपनी-अपनी मोटरसाइकिल से नीचे उतरकर कुणाल को सटाकर गोली मार दी. घटना को अंजाम देने के बाद सभी बीसफुटा पुल होते हुए जीएलए कॉलेज की ओर भाग गए. इनमें सत्यकेतु व विजय मेहता पोखराहा चले गए थे. एसपी ने बताया कि इस घटना को डब्लू सिंह उर्फ गौतम ने योजनागत तरीके से अंजाम दिया था. शेष नामजदों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
चंगू के नाम से खरीदी गई थी पुरानी सफारी
शहर के बहुचर्चित कुणाल हत्याकांड को पूरे सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया था. इसके लिए सबसे पहले सत्यकेतु उर्फ चंगु के नाम से एक पुराना सफारी वाहन खरीदा गया था. इसके लिए डब्लू सिंह ने दो लाख रूपए उपलब्ध कराए थे. जिले के तरहसी से अमरेश के साथ वाहन की खरीद की गई थी. यही नहीं, मोटरसाइकल सवारों से संवाद के लिए दो नए मोबाइल फोन व सिम कार्ड भी खरीदे गए थे.
इस पूरे घटनाक्रम में राजेश वर्मा उर्फ फंटूश द्वारा कुणाल के घर से बाहर निकलने व उसकी सारी गतिविधियों की जानकारी दे रहा था. एसआइटी ने अन्नु विश्वकर्मा को बाईपास रोड से, चंगु को हमीदगंज से व अमरेश मेहता को रजवाडीह से गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपितों के विरूद्व शहर व सतबरवा थाना में आर्म्स एक्ट व कई अन्य धाराओं में मामले दर्ज है. छापेमारी टीम में एसडीपीओ सदर संदीप कुमार गुप्ता, शहर थाना प्रभारी अरूण महथा, सदर थाना प्रभारी राकेश कुमार रवि, सौरव कुमार, रवि लोहरा व अन्य शामिल थे.