हजारीबाग: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को बीआरपी सीआरपी महासंघ ने राज्यव्यापी डिजिटल ऑनलाइन एजुकेशन का विरोध किया.
जिलाध्यक्ष परविंद सिंह ने कहा कि राज्य परियोजनाकर्मी व एनजीओ की मनमानी के खिलाफ महासंघ का यह एक दिवसीय सांकेतिक बहिष्कार किया गया, जहां पूरी तरह ऑनलाइन पढ़ाई ठप रहा.
उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को चिंतन करना चाहिए कि सीआरपी बीआरपी अपने निजी खर्च से डिजिटल ऑनलाइन एजुकेशन जारी रखे है. समय पर ना तो टीए मानदेय और ना ही मोबाइल रिचार्ज की राशि दी जा रही है.
वहीं एनजीओ की मनमानी से कई सीआरपी बीआरपी का मानदेय लंबित है. शिक्षा विभाग को पूरी तरह पिरामिल, बीसीजी अन्य एनजीओ ने पूरी तरह से हैक कर रखा है.
मानदेय रोक कर बीआरपी सीआरपी का भयादोहन किया जा रहा है. महासंघ के जिला सचिव ओमप्रकाश कुमार ने कहा कि कई बीआरपी सीआरपी ऑनलाइन पढ़ाई ब्यवस्था कार्यक्रम के अलावें कोविड-19 के तहत विभिन्न कार्यो को निष्पादित कर रहे है.
सरकार बीआरपी सीआरपी का हर प्रकार का भुगतान बिना रुकावट भुगतान करें. बीआरपी सीआरपी कार्यो के प्रति सजग है पर समय पर मानदेय, कंटीजेंसी, टीए ना मिलना परेशानी का सबब है.
सरकार बिआरपी सीआरपी के समस्याओं को यथाशीघ्र दूर करे. वरना आंदोलन के बाध्य होंगे. यह बात महासंघ के प्रवक्ता अजय नारायण दास ने कही.