रवि सिंह,
UP: प्रधान पुजारी कमलनाथ ने गोरक्षपीठाधीश्वर के प्रतिनिधि के तौर पर श्रीनाथ पूजा और गुरु की समाधि पर पूजा की. इस दौरान योगी कमनाथ द्वारा बनाया गया नाथ संप्रदाय का विशेष प्रसाद रोट का भोग लगाया गया.
मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि नाथजी की पूजा के बाद सभी नाथ योगियों के समाधि स्थल और देव-विग्रहों की पूजा की गई. नाथ पंथ के संत और पुजारी अपने-अपने गुरुओं का आशीर्वाद लिया। अंत में भंडारा लगा, जिसका प्रसाद मंदिर में मौजूद सभी लोगों ने ग्रहण किया.
बाहरियों के प्रवेश पर रोक
मंदिर प्रबंधन से जुड़े द्वारिका तिवारी ने बताया कि मंदिर में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया है. रविवार को दोपहर बाद सीएम योगी आदित्यनाथ भी मंदिर आ सकते हैं लेकिन सार्वजनिक रूप से तिलक लगाकर गोरक्षपीठाधीश्वर से आशीर्वाद लेने का परंपरागत कार्यक्रम इस बार आयोजित नहीं होगा. कोरोना संक्रमण के दौर में सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है.
सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा पालन
गुरु पूजा के दौरान भी सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन किया गया. उम्मीद जताई जा रही है कि गोरक्षपीठाधीश्वर के आगमन के बाद नाथ पक्ष की दीक्षा लेने वाले गोरक्षपीठाधीश्वर का पूजन करेंगे, लेकिन यह अवसर सिर्फ गिने-चुने लोगों को ही मिलेगा.
शिष्यों तक शुभकामना पत्र से पहुंचा आशीर्वाद
कोविड संक्रमण के अनलॉक में गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का दर्शन कर आशीर्वाद न ले पाने वाले शिष्यों को शुभकामना कार्ड के जरिए घर-घर आशीर्वाद पहुंचा दिया गया है. इस काम में गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु गोरक्षपीठाधीश्वर को तिलक लगाकर आशीर्वाद न पाने का किसी शिष्य मलाल न रह जाए, इसके लिए कार्ड के जरिए पीठाधीश्वर का आशीर्वाद घर-घर पहुंचा दिया गया है. मंदिर प्रबंधन की ओर से भेजे गए कार्ड में पीठाधीश्वर ने अपने शिष्यों से घर में गुरु पूजा करने की अपील की है. ऐसा करने के लिए उन्होंने कोरोना संक्रमण का हवाला दिया है.