जमशेदपुर: झारखंड में कांग्रेस कोटे से मंत्री बने बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभालने के बाद पहली बार अपने चुनाव क्षेत्र जमशेदपुर पहुंचे. मंत्री बन्ना गुप्ता के स्वागत में जमशेदपुर पश्चिम की जनता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और अपने प्रिय नेता को पलकों पर बिठा लिया. स्वास्थ्य मंत्री के स्वागत ने पूरे शहर की रफ्तार रोक दी. जहां मंत्री के समर्थक आतिशबाजी में व्यस्त रहे वहीं इस महा जाम में आधा दर्जन एंबुलेंस मरीजों को लेकर परेशान रही मानगो गोलचक्कर के पास गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. एक तरफ मंत्री के स्वागत में उन्हे लड्डू से तौला. दूसरी तरफ एंबुलेंस में फंसे मरीज अपने जान की लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन स्वागत के उन्माद में जनता और मंत्री के समर्थक यह भूल गए कि सड़क पर आम लोगों के साथ मरीज भी चलते हैं. इस जाम की वजह से दो मरीज की मौत हो गई. मंत्री के समर्थक और कार्यकर्ता यह भूल गए कि इससे आम लोगों को क्या परेशानी हो रही है.
हालांकि स्वागत समारोह के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने ऐसे किसी भी घटना से इनकार किया है. उन्होंने इसे विरोधियों की साजिश बताया और कहा सत्ता जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है और इस तरह के अफवाहों को हवा देने का काम कर रही है.
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी उनके द्वारा इस तरह का अफवाह उड़ाया गया है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे जिस काम के लिए चुने गए हैं उसे वह पूरा करते रहेंगे.
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है.
जाम के कारण मरीजों की मौत को लेकर भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री बने बन्ना गुप्ता पर जोरदार हमला बोला है. जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार ने सरकार से मारे गए मरीजों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस संबंध में जब पत्रकारों से सवाल पूछे, तो उन्होंने कहा कि अभी इस घटना की उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन संवेदनशीलता बनी रहनी चाहिए.
इधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के स्वागत की आड़ में जमशेदपुर शहर को शाहीन बाग की तरह होस्टेज रखने के घटना की कड़ी निंदा की है. प्रतुल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के समर्थकों ने लगभग 4 घंटे तक पूरे जमशेदपुर शहर की यातायात व्यवस्था को ठप रखा. एंबुलेंस जाम में फंस गए. 2 मरीजों की इलाज के अभाव में मृत्यु हो गई. इन अत्यंत ही दुखद और हृदय विदारक मौतों के लिए सीधे तौर पर स्वास्थ्य मंत्री जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि हद तो तब हो गई जब एंबुलेंस जाम में फंसे थे और उनके ड्राइवर स्वास्थ्य मंत्री के समर्थकों से जाने देने की मिन्नतें कर रहे थे.
भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से स्वास्थ्य मंत्री पर अविलंब कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि जाम लगाने के लिए दोषी लोगों पर दफा 302 के अंतर्गत मुकदमा दायर किया जाए.