कानपुर: ठंड अपनी चरम को पार करता जा रहा है. ठंड की मार सभी राज्य झेल रहा है. कानपुर में गुरुवार सुबह धूप ने ठंड कम की तो शाम को बारिश और ओले गिरने से गलन बढ़ गई. कानपुर में दक्षिण क्षेत्र, नारामऊ, चौबेपुर, बिठूर आदि जगह ओले गिरे. चित्रकूट, इटावा, उन्नाव, फतेहपुर में भी बारिश हुई. दिन में 23 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा बारिश होते ही उतरने लगा. वहीं देर शाम बारिश के दौरान बिजली गिरने से कानपुर में दो लोगों की मौत हो गई. गुरुवार को न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी बारिश हो सकती है.
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आया है. चौबीस घंटे के अंदर गुरुवार को अधिकतम पारा 5.6 डिग्री और न्यूनतम पारा 4.2 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ गया. धूप निकलने से माहौल में तब्दीली आ गई थी. खुशनुमा माहौल का आनंद लेने के लिए लोग सपरिवार घूमने निकलने पड़े. मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार रात को बदली हो जाने से तापमान बढ़ गया था. साथ ही बादल घने होते गए.
हवा का रुख उत्तर पूर्वी से दक्षिण पूर्वी हो गया. विभाग ने गुरुवार को बारिश का अनुमान जाहिर किया था. शाम होते ही पहले बूंदाबांदी फिर बारिश शुरू हो गई. थोड़ी देर में ही ओले गिरने लगे. इससे लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा. सड़क किनारे रहने वालों की दुश्वारियां बढ़ गईं. शनिवार को भी बारिश का अनुमान है.
सीएसए मौसम विभाग के प्रभारी डॉ. नौशाद खान का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण सिस्टम बन गया है. साइक्लोनिक हवाएं भूमध्य सागर, काला सागर और कैस्पियन सागर से आकर हिमालयी शृंखला से टकराती हैं. इसके बाद हवाओं के साथ इनका असर मैदानी इलाकों में आता है. एक-दो दिन बारिश के आसार हैं.
ओले और बारिश से फसलों के फूल झड़े
बारिश और ओलों से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. सीएसए के कृषि मौसम विज्ञानी डॉ. नौशाद खान ने बताया कि चार जनवरी तक बारिश का अनुमान है. जिन क्षेत्रों में ओले पड़े हैं, वहां फूल रही फसलों को नुकसान हो सकता है. इस समय सरसों की फसल भी फूल रही है. इसके साथ ही दलहनी और आलू की फसल को भी नुकसान हो सकता है. बारिश से गेहूं और जौ की फसल को फायदे की उम्मीद है.