गुमला: चैनपुर प्रखण्ड के जनावल डीपाडीह गांव में ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल विभाग से 2 करोड़ 45 लाख रुपए की लागत से बनाए जा रहे पुल व पथ निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है. पुल व पथ निर्माण के बने महज 6 महीना भी नहीं बीते की पुल व पथ डहने लगे हैं. पथ व पुल निर्माण कार्य में विभागीय माप दंडों का खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है. बगैर जे.ई. के देख रेख मे बनाए गए पुल निर्माण में संवेदक मेरी मर्जी के तर्ज पर काम कराए हैं.
यही वजह है कि पुल व पथ निर्माण के बनने के 6 महीने के भीतर ही पुल व पथ ढहने लगे है. पुल व पथ निर्माण में बरती जा रही अनियमितता को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार इसका विरोध किया लेकिन संवेदक व विभागीय पदाधिकारी किसी की नहीं सुनी. बता दें कि उक्त पुल व पथ निर्माण का कार्य लातेहार निवासी संतोष यादव नामक संवेदक के द्वारा कराया गया है. संतोष यादव दबंग किस्म का व्यक्ति है. यही वजह है कि ग्रामीणों के विरोध का उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ा. विरोध करने वाले स्थानीय ग्रामीणों को संवेदक के द्वारा धमकियां भी दी गई.
स्थानीय मुखिया गब्रीयल कुजूर ने इसकी शिकायत विभाग के वरीय पदाधिकारियों से किया था लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी गई. इधर पुल व पथ निर्माण में बरती गई अनियमितता के संबंध में स्थानीय विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि पुल निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच कराई जाएगी. मेरे विधानसभा क्षेत्र मे भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बीजेपी के शासन काल में भ्रष्टाचार चरम सीमा को छू रही थी राज्य में अब हेमंत सोरेन की सरकार आ गई है. अब भ्रष्टाचार कतई होने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि पुल व पथ निर्माण की जांच वे विधानसभा की विशेष समिति से करायेंगे. इतना ही नहीं संवेदक संतोष यादव के द्वारा कराए गए सभी पुल व पथ निर्माण की जांच कराई जाएगी.