मोकिम अंसारी,
हजारीबाग(सिमरिया) : प्रखण्ड के हुरणाली पचमों गांव में ठीकेदार द्वारा आधा अधूरा जल मीनार बना कर ठेकेदार गायब है, जबकि पानी को लेकर ग्रामीण परेशान है. उक्त जल मीनारो में दो माह पूर्व स्टेंड और टंकी लगाया जा चुका है जबकि अब तक जलापूर्ति पूर्ण नहीं किया जा सका है . इधर जल उपभोगता दिव्यांग दीपक कुमार भुइयां और बालेश्वर भुइयां ने कहा कि ठीकेदार द्वारा दो माह पूर्व स्टैंड और पानी टंकी लगाया जा चुका है.
अभी तक सोलरप्लेट और सांवरसेवल नहीं लगाया गया है जिससे पानी की परेशानी ज्यों की त्यों बनी हुई है. यहां तक की ठीकेदार द्वारा हम लोगों से हीं बुनियाद का गढ़ा खोदाई करने को कहा गया था. ठीकेदार का कहना है था कि गढ़ा नहीं खोदेंगे तो तुम लोगों के यहां जलमीनार नहीं बना कर कहीं और बना दिया जाएगा. गौर तलब है कि यह जलमीनार झारखण्ड सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति करने को लेकर पीएचडी विभाग द्वारा विभिन्न ठीकोदारों के माध्यम से मुखिया के चौदहवें वित्त द्वारा गांव गांव में जलापूर्ति करने के उद्देश्य से कराई जा रही है.
वहीं ठीकेदारों द्वारा बेख़ौफ़ होकर पुराने चापानल में हीं सांवरसेवल लगा कर सरकारी रुपये का गमन किया जा रहा है. जबकि एक चापानल बोर करने में लगभग 20 हजार की लागत आती है. यह जलमीनार की सरकारी लागत लगभग दो लाख से कहीं ज्यादा है. ठीकेदार ग्रामीण क्षेत्रो में किसी तरह खाना पूर्ति कर सरकारी रुपये का बंदरबाट करने में लगी है.