- सरकार की झूठी उपलब्धियों से जनता त्राहिमामः बीजेपी
- मध्य प्रदेश सरकार के लिए ‘मुसीबत’ बन सकते हैं दिसंबर के ये 4 दिन
भोपालः कमलनाथ सरकार की मुसीबत इन दिनों बढ़ सकती है . कारण, दिसंबर में होनेवाले शीत सत्र में बीजेपी विभिन्न मुद्दों पर कॉंग्रेस सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है. दिसंबर के 4 दिनों में विपक्ष सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता है. कांग्रेस सरकार के एक साल के काम से आम जनता पूरी तरह परेशान हैं और इधर सरकार अपनी झूठी उपलब्धियकों के पुल बांधने में लगी है. इस कारण ही बीजेपी सड़कों पर उतरने को मजबूर है. बतातें चलें कि बीजेपी ने 14 दिसंबर को यूरिया संकट और किसानों की परेशानी को लेकर सरकार के खिलाफ खेत धरना दिया था. साथ ही आने वाली 17 तारीख को MP में कैब (CAB) लागू नहीं करने पर बीजेपी जिला स्तर पर कलेक्टर दफ्तर पर प्रदर्शन की तैयारी में है. इधर बीजेपी युवा मोर्चा भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की सीरीज चला रहा है. 14 तारीख को पोस्टकार्ड पॉलिटिक्स के बाद अब 19 दिसंबर को युवा आक्रोश आंदोलन की तैयारी है.
बीजेपी ने तैयार की रणनीति
17 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले सरकार को घेरने के लिए बीजेपी ने सदन से लेकर सड़क तक रणनीति तैयार कर ली है. 16 दिसंबर को बीजेपी विधायक दल की होगी बैठक जिसमें सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनेगी.संभवतः किसान, यूरिया संकट, बिजली बिल, महिला अपराध और बेरोजगारों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को सदन में घेरेगी. विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 से 23 दिसंबर तक चलेगा. शीतकालीन सत्र की कार्यवाही विधिवत तौर पर 18 दिसंबर से ही शुरू होगी. वहीं 17 दिसंबर को ही पार्टी ने मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन विधेयक लागू नहीं करने के मुद्दे पर सभी जिलों में कलेक्टर दफ्तर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है. इसके बहाने भी सरकार को घेरने की कोशिश होगी. युवा मोर्चा 19 दिसंबर को युवा आक्रोश आंदोलन के जरिए बेरोजगारों के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा.
अपनी उपलब्धियों को जनता तक ले जाएगी कांग्रेस
बीजेपी की विरोधी रणनीति ते बीच कांग्रेस ने सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है. 17 दिसंबर को सीएम कमलनाथ मंत्रियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार के एक साल का रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच पेश करेंगे. वहीं दूसरी तरफ इसी दौरान आने वाले 4 साल का विजन डॉक्यूमेंट भी पेश किया जाएगा. पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह सरकार का विजन डॉक्यूमेंट पेश करेंगे. बहरहाल, राजनीतिक पंडितों की माने तो कांग्रेस और भाजपा की इन तैयारियों के बीच प्रदेश में आगामी कुछ दिन काफी गहमा-गहमी से भरे होंगे.