रांचीः चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के प्रदेश अध्युक्ष लक्ष्मण गिलुआ के लिए भी कठिन डगर है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद वे विधानसभा चुनाव में उतरे हैं. यह सीट फिलहाल झामुमो के कब्जे में है. हालांकि इस बार झामुमो ने प्रत्यामशी को बदल दिया है. इससे नाराज होकर वर्तमान विधायक शशि भूषण समद झाविमो से चुनाव मैदान में खड़े हो गये हैं.
चक्रधरपुर सीट पर दूसरे चरण में 7 दिसंबर को मतदान होना है. यह सीट सिंहभूम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्साध है. चक्रधरपुर पश्चिमी सिंहभूम जिले का विकसित शहर है. चक्रधरपुर सीट पर झामुमो और भाजपा के बीच चुनावी जंग होते रहती है. इस बार आजसू पार्टी ने भी यहां से प्रत्यारशी उतार दिया है.
ये हैं प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी से लक्ष्मण गिलुवा, झारखंड मुक्ति मोर्चा से सुखराम उरांव, झारखंड विकास मोर्चा से शशिभूषण समद, आजसू पार्टी से रामलाल मुंडा, झारखंड पार्टी से सुखदेव हेंब्रम, बहुजन समाज पार्टी से विकास सिंह पूर्ति, निर्दलीय प्रत्यालशी के रूप में नंदू बारला, पुष्पा मुंडा, बीर सिंह जामुंडा, मार्शल सॉयट खड़े हैं.
ये रहे विधायक
शुरुआत के दो चुनाव में यह सीट आंदोलनकारियों का नेतृत्व करने वाली झारखंड पार्टी के कब्जे में रही. सुखदेव माझी 1952 में पहले विधायक बने थे. 1957 में हरिचरण सोय विधायक बनें. 1962 में इस सीट को अनारक्षित किया गया. इसमें भाजपा के रुद्र प्रताप षाड़ंगी विधायक चुने गये. 1980 से 2014 तक इस सीट पर झामुमो और भाजपा के प्रत्याशी एक-एक टर्म जीतते रहे. केवल 1995 और 2000 में लगातार भाजपा ने दो जीत हासिल की. वर्ष 2014 में झामुमो के शशिभूषण समद विधायक बनें.