मुम्बई: सोनी ने लॉकडाउन लगने और हटने के बीच भारत के सबसे लोकप्रिय टीवी शो में से एक ‘कौन बनेगा करोड़पति’ अपनी पंचलाइन ‘लॉक किया जाए’ के साथ लोगों का मनोरंजन करने की तैयारी में है. कोरोना वायरस और उससे जुड़ी पाबंदियों के बीच सोनी ने टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
इस बार ऑडिशन प्रतियोगी टीवी चैनल की ऐप के जरिए. देंगे और पहले दौर का इंटरव्यू वीडियो कॉल से होगा. इसका प्रोमो आपने शायद देखा होगा जो अमिताभ बच्चन के घर पर उन्होंने अपने कैमरे से शूट कर भेजा है. फिल्में हों, थिएटर हो या फिर टीवी और संगीत हो आने वाले समय में मनोरंजन का ऐसा ही नया चेहरा देखने को मिलेगा. आइए समझते हैं कोरोना काल में कैसे बदल सकता है मनोरंजन का तरीका.
डिजिटल और ओटीटी
किसी भी सिनेमा प्रेमी के लिए अपने पसंदीदा हीरो, हीरोइन या डायरेक्टर की फिल्म सिनेमाघर में देखने जाने का रोमांच अलग ही होता है- खासकर फर्स्ट डे फर्स्ट शो का रोमांच, लेकिन पिछले हफ्ते जब अमिताभ बच्चन की फिल्म गुलाबो सिताबो रिलीज हुई तो थिएटर के बाहर लाइन में कोई नहीं था. लोगों ने फिल्म रात को 12 बजे एमेजॉन प्राइम पर घरों पर बैठकर देखी.
कोरोना वायरस के दौर में सिनेमाघर कब खुलेंगे, इसका कोई जवाब नहीं है लेकिन ये तय है कि गुलाबो सिताबो की तरह कई और फिल्में ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लैटफॉर्म पर ही रिलीज की जा रही हैं.जल्दी ही विद्या बालन की फिल्म शकुंतला एमेजॉन प्राइम पर रिलीज होगी. तमिल-तेलुगू फिल्म पेंग्विन शुक्रवार को ही एमेजॉन पर रिलीज हुई है.
एमेजॉन प्राइम वीडियो के कंटेंट हेड (भारत) विजय सुब्रमण्यन का कहना है कि अपने ग्राहकों के रुझान को समझकर उसी हिसाब से रणनीति बनाई जा रही है और मकसद ये है कि ग्राहक को उसके घर की दहलीज के अंदर ही सिनेमा का बेहतरीन अनुभव दे सकें.
नेटफ्लिक्स पार्टी: दूर रहकर भी साथ-साथ
भारत में फिल्में शायद मनोरंजन का सबसे बड़ा जरिया है. थिएटर में साथ-साथ जाना, किसी कॉमेडी सीन पर लोगों का एक साथ हंसना, किसी उदास कर देने वाले सीन पर सिनेमा हॉल के अंधेरे में चुपके से रोना, एक हॉल में कितने ही अनजाने लोग एक साथ, एक ही तरह के जज्बात से गुजरते हैं.
अब कोरोना वायरस संक्रमण के बीच फिल्मकारों ने ही नहीं, दर्शकों ने भी मनोरंजन के नए साधन खोज लिए हैं. नेटफ्लिक्स पार्टी किसी भी सब्स्क्राइबर को ये सुविधा देता है कि कुछ दोस्त मिलकर कोई फिल्म या शो एक ही वक्त साथ-साथ अपने घरों पर देख सकते हैं.
लोगों का मानना है कि ये किसी दोस्त या परिवार के साथ बैठकर फिल्म देखने वाले अनुभव जैसा तो नहीं है लेकिन इस तरह नेटफ्लिक्स पार्टी पर साथ-साथ फिल्में देखने से अपने दोस्तों की कमी कम महसूस होती है.पहले दोस्तों के साथ उनकी मौजूदगी में हंसा जाता था लेकिन अब किसी कॉमिक सीन लाइव चैट में स्माइली डालकर हंस सकते है.
शूटिंग के बदलते नियम
सिनेमाघर के मालिक भी ऐसे भविष्य के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं, जहां सीमित संख्या में हीं लोग फिल्म देखने आ पाएंगे. कोरोना वायरस के बीच फिल्मों और टीवी से जुड़े लोग भी शूटिंग शुरू होने के इंतजार में हैं. उनके काम करने और शूट करने के तरीके में भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे.
संगीत की दुनिया
कोरोना वायरस के कारण म्यूजिक कॉन्सर्ट करने वाले कलाकार भी खासे प्रभावित हुए हैं. कई कॉन्सर्ट कैंसल हो चुके हैं और दोबार कब होंगे ये भी पता नहीं है तो संगीत प्रेमियों के लिए मनोरंजन कैसे बदल सकता है? ताजा हालात के बावजूद, चिंतन उपाध्याय को उम्मीद है कि कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात में कलाकार और संगीत प्रेमी के बीच नया और बेहतर रिश्ता बनेगा.