जम्मू: सेना के कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन दिल्ली में 14 से 19 अक्तूबर तक होगा. सम्मेलन में सेना का शीर्ष नेतृत्व वर्तमान में उभर रही सुरक्षा और प्रशासनिक चुनौतियों पर विचार-मंथन करेगा. साथ ही सेना के लिए भविष्य की योजना तैयार करेगा. निर्णय सेना के कमांडरों और वरिष्ठ अधिकारियों की कॉलीजिएट प्रणाली के माध्यम से लिए जाते हैं.
हर साल यह सम्मेलन अप्रैल और अक्तूबर में आयोजित किया जाता है. यह शीर्ष स्तरीय सम्मेलन वैचारिक स्तर पर गहन विचार-विमर्श की सुविधा प्रदान करता है जिनकी परिणति महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों में होती है. यह सम्मेलन 14 अक्तूबर को सेना प्रमुख बिपिन रावत के संबोधन के साथ शुरू होगा. इसके बाद सेना के कमांडरों द्वारा उनसे संबंधित परिचालन और प्रशासनिक मुद्दों से अवगत कराया जाएगा. इस दौरान समसामयिक मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.