रामगढ़: कोरोना वायरस से बचाव एवं इसके रोकथाम हेतु पूरे देश को 3 मई तक लॉक डाउन किया गया है. हालांकि रामगढ़ जिला में अब तक किसी व्यक्ति के कोविड-19 से संक्रमित होने से संबंधित कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन जिला प्रशासन, रामगढ़ द्वारा कोविड-19 से उत्पन्न होने वाले किसी भी परिस्थिति से निपटने हेतु युद्ध स्तर पर सभी तैयारियां की जा रही हैं.
इसी क्रम में बुधवार को कोविड-19 से संक्रमित किसी व्यक्ति को आइसोलेशन सेंटर से किसी अस्पताल में शिफ्ट करने हेतु पूरी प्रक्रिया की मॉक ड्रिल की गई. मॉक ड्रिल के लिए छतरमांडू स्थित सदर अस्पताल एवं स्पेशल कोविड-19 हॉस्पिटल के रूप में अधिग्रहित किए गए नई सराय स्थित सीसीएल अस्पताल को चुना गया.
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मॉक ड्रिल को वास्तविक रूप देने के लिए हर बारीकी जैसे समय सीमा, सोशल डिस्टेंसिंग, डिसइन्फेक्शन आदि जैसी हर बात का विशेष ध्यान रखा गया. मॉक ड्रिल दौरान जिला उपायुक्त संदीप सिंह स्वयं मौजूद रहे एवं पूरी मॉक ड्रिल प्रक्रिया में अपनी नजर बनाई रखी.
मॉक ड्रिल के दौरान किस प्रकार से किसी भी मरीज को विशेष सावधानियां बरतते हुए किसी एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाना है अथवा जरूरत पड़ने पर मरीज को किस प्रकार से वेंटिलेटर सेवा दी जानी है की पूरी प्रक्रिया को वास्तविक रूप दिया गया.
मॉक ड्रिल के बाद सिंह ने नई सराय स्थित सीसीएल अस्पताल के चिकित्सकों के साथ कोविड-19 से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के उपचार हेतु किए जाने वाले कार्यों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को नियमित अंतराल पर सैनिटाइज करने, पी पी ई के इस्तेमाल, साफ सफाई आदि के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए.
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मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रजनी रेजिना इंदवार, प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर एस पी सिंह, डीएस सदर अस्पताल डॉ. विनोद कुमार, डॉक्टर साथी घोष, डॉ. विनय मिश्रा, एस एमओ डब्ल्यूएचओ डॉक्टर अमोल शिंदे सहित कई अन्य उपस्थित थे.