पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार अलग-अलग बयान दे रही हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार के बयानों में स्पष्टता नहीं है. ममता बनर्जी ने यह प्रतिक्रिया मोहल्ले की दुकानें खोलने के गृह मंत्रालय के आदेश को लेकर दी है.
ममता बनर्जी ने कहा, “एक तरफ केंद्र सरकार कह रही है कि लॉकडाउन अच्छे से किया जाना चाहिए, दूसरी तरफ दुकानें खोल दे रही है. दोनों में से कोई एक काम हो सकता है. इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से स्पष्टता होनी चाहिए.”
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने अचानक से सर्कुलर जारी कर दिया. मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है लेकिन कुछ सुझाव जरूर लेने चाहिए थे. उन्हें राज्यों की स्थिति पूछनी चाहिए थी.”
ममता ने ट्विटर पर लिखा, “पश्चिम बंगाल सरकार लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बंगाल के लोगों को घर लौटने में हरसंभव मदद शुरू करेगी. मैंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ज़रूरतमंदों की मदद करें. जब तक मैं यहां हूं, बंगाल के किसी भी निवासी को असहाय महसूस नहीं करना चाहिए. मैं इन कठिन समय में आपके साथ हूं.”
वहीं ममता बनर्जी ने कोरोनावायरस पर काबू के लिए लागू लॉकडाउन के चलते राज्य से बाहर फंसे लोगों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि उन लोगों तक पहुंचने के लिए किए जा रहे प्रयायों की वह व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगी.
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के कोटा शहर में फंसे छात्रों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और वो जल्द ही अपने घर लौटने के लिए यात्रा शुरू करेंगे. उन्होंने जोर दिया कि जब तक वह मुख्यमंत्री हैं पश्चिम बंगाल के कहीं भी फंसे लोगों को असहाय महसूस करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी निगरानी कर रही हूं और हम यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि सभी को जरूरी मदद मिले. प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और कोटा में फंसे बंगाल के सभी छात्र जल्द ही अपने घर लौटेंगे.”