नई दिल्ली: सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने मंगलवार को कहा कि म्यूचुअल फंड बैंक नहीं हैं और उन्हें उनके जैसा व्यवहार करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के सदस्यों को संबोधित करते हुए त्यागी ने कहा कि डेट म्यूचअल फंड (बांड, सरकारी प्रतिभूतियों जैसे निश्चित आय वाले उत्पादों में निवेश करने वाले) को हमेशा यह याद रखना चाहिए कि निवेश और कर्ज में अंतर है. उन्होंने कहा कि म्यूचुअल फंड बैंक नहीं है और उन्हें उनके जैसा व्यवहार करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन ने कहा कि बैंकों के उलट म्यूचुअल फंड के लिए पूंजी पर्याप्तता की जरूरत नहीं है और न ही उनके पास बैंकों के लिए रिजर्व बैंक की तरह कोई अंतिम ऋणदाता है.
उन्होंने कहा कि दैनिक आधार पर शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) के रूप में उनके पोर्टफोलियो का वास्तविक प्रतिबिंब पारदर्शिता और निवेशकों के विश्वास का आधार है.