लोहरदगा: प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय तिसिया के प्रांगण में ब्रिक्वेटिंग प्लांट अधिष्ठापन हेतु परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कहा कि लोगों को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से तथा वनों की कटाई रोकने के लिए यह प्लांट लगाने की सहमति लेने आया हूं. जंगल क्षेत्र के लोग विकास कार्यों से अछूते रहते हैं, जिससे वनों की कटाई होती है. विकास से जोड़ना हमलोगों का कर्तव्य है. आप लोगों को रोजगार तथा शहरी क्षेत्र के लोगों को जलावन प्राप्त हो, इसके लिए विशेष केंद्रीय सहायता निधि की बैठक में पास कर लिए हैं. उपायुक्त ने उपस्थित लोगों से हाथ उठाकर सहमति ली. उपायुक्त ने स्थानीय सादरी भाषा नागपुरी में संबोधित करते हुए कहा कि आप जंगल ना काटे. इसे बचाएं, जंगल बचेगा तो जीवन बचेगा. कहा कि कोई भी योजना तभी सफल होती है जब देने और लेने वाले की एक सहमति हो. यह 24 लाख की लागत से बनने वाला प्रोजेक्ट है. इसे चलाना, रोजगार सृजन करना और मुनाफा कमाना आपका काम है.
उपायुक्त ने राज्य खाद्य सुरक्षा योजना से किसी भी योग्य व्यक्ति का नाम नहीं छूटे, इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रखंड के पदाधिकारियों को पी टी जी, विधवा, विधुर, दिव्यांग, बुजुर्ग, असाध्य रोग से पीड़ित लोगों को जोड़ने पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिये. फार्म भरने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है. वृद्धा पेंशन योजना में भी नाम जुड़वाने को कहा. उपायुक्त ने कहा कि काम के लिए बाहर नहीं जाएं. यहां मनरेगा, 14वें वित्त,15वें वित्त आयोग की योजनाएं हैं, जिसमें योजना चालू कर काम दिया जा रहा है. प्रत्येक गांव में कम से कम 5 योजना या अधिक शुरू कर सकते हैं. सलैया ग्राम में 15वें वित्त में काम शुरू करना है. आपलोग अपना काम समझ कर काम करें. सरकारी काम समझ कर नही करना है, क्योंकि उसका उपयोग हमे करना है. छोटी छोटी योजनाएं, जिससे रोजगार मिले, जरूर लें. आपकी और हमारे बीच की दूरी पाटने के लिए हमआये हैं. आपकी समस्या जानें और उसका समाधान करें. उपायुक्त ने कहा कि कोरोना बीमारी के लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार हो तो जांच कराएं तथा मुफ्त इलाज कराएं. यह बीमारी एक दूसरे में फैलता है जिसे रोकना है.
वन प्रमंडल पदाधिकारी उज्जवल विकास ने कहा कि इस जंगल से तीन नदियों का उद्गम स्थल है. चुल्हापानी से दामोदर नदी, औरंगा नदी तथा सलैया जंगल से शंख नदी निकलती है. अतः तिसिया सलैया जंगल को बचाना है. जंगल ना सिर्फ वन प्रबंधन के लिए बल्कि लोगों के जीविकोपार्जन के लिए भी अहम है. वन प्रमंडल पदाधिकारी ने कहा कि जो प्लांट लगाया जाना है, वह सूखे पतों से ईंधन का निर्माण करेगा. नवंबर से जून माह तक पत्ते गिरते है. उन गिरे पत्तो को एकत्रित कर संग्रहण किया जायेगा. जिससे मशीन द्वारा लकड़ी की तरह तैयार कर जलावन की समस्या का समाधान किया जायेगा. संग्रहण करने वालों के लिए सर्वमान्य दर पर पत्तों का मूल्य तय किया जायेगा और उन्हें भुगतान की जाएगी. यहां 5-6 हजार हेक्टेयर जंगल है. यहां सूखे पत्तों की प्रतिपूर्ति हो सकती है. जंगल की कटाई में कमी हुई है. अब पत्तो से रोजगार सृजन को मूर्त रूप दे सकते हैं.
अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद लाल ने कहा कि अप्रैल से नवंबर 2020 तक प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज तथा प्रति कार्ड 1 किलोग्राम चना या चना दाल दिया जा रहा है. अगर किसी भी योग्य लाभुक को नहीं मिल रहा है तो बताएं. अब 15 नवंबर से राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अनाज दिया जायेगा. जिन व्यक्तियो का नाम छूटा हुआ है फार्म लेकर नाम जुड़वा लें. जिनके पास सफेद कार्ड है और प्रत्यर्पण करना चाहते है वे हरा कार्ड के लिए आधार कार्ड के साथ आवेदन करें.
उपायुक्त ने सलैया से मडुवा पाट सड़क को पीसीसी बनाने के लिए योजना लेने का निर्देश दिया. तिसिया की ऋतु देवी पति गजेंद्र नायक के क्षतिग्रस्त मकान की मरम्मत हेतु प्रखड विकास पदाधिकारी को मुवावजा देने का निर्देश दिया. प्रधानमंत्री आवास के लिए भी कहा गया. इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख, मुखिया तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड के पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे.