भारत के पंजाब नेशनल बैंक से 11 हजार करोड़ का घोटाला करके ब्रिटेन भागने वाले भगोड़े नीरव मोदी को वहां की अदालत से झटका लग गया है. ब्रिटेन कोर्ट ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी. याचिका ख़ारिज होने के बाद नीरव मोदी ने कहा कि अगर उसे भारत प्रत्यर्पित किया गया तो वह आत्महत्या कर लेंगे.
आपको बता दें नीरव मोदी धोखाधड़ी के दो अरब डॉलर के मनी लांड्रिंग मामले में भारत को सौंपे जाने के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. नीरव ने बहुत पहले अपनी जमानत याचिका दायर की थी. कोर्ट के सामने पेश हुए भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने कहा कि उसे तीन बार जेल में पीटा गया है. इतना ही नहीं उसने न्यायाधीश से कहा कि अगर अदालत उसे भारत प्रत्यर्पित करती है तो वह आत्महत्या कर लेगा। लेकिन इसके बाद भी न्यायाधीश ने उसे जमानत नहीं दी है.
नीरव मोदी कोर्ट में अपनी वकील हुय्गो कीथ के साथ पेश हुआ. जहां कीथ ने अदालत को बताया कि नीरव मोदी को जेल में सबसे पहले अप्रैल में पीटा गया. उसके बाद पांच नवंबर को जब दो कैदी उसके कमरे में आ गए. पहले तो उन्होंने नीरव के साथ धक्कामुक्की की, फिर उसके बाद मारपीट भी थी.
आपको बता दें नीरव मोदी को मार्च में जेल में बंद किया गया था और उसके मामले की सुनवाई मई 2020 में होनी तय हुई थी. तब तक के लिए वह जमानत पाने की हर संभव कोशिश कर रहा है. लेकिन उसे जमानत नहीं मिल पायी. फिलहाल नीरव इंग्लैंड की सबसे भीड़भाड़ वाली जेलों में से एक दक्षिण-पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद है.
ब्रिटेन की सीपीएस के एक प्रवक्ता ने कहा था कि नीरव की जमानत याचिका पर बुधवार छह नवंबर को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई हुई.वहीं उन्होंने ये भी कहा कि सुनवाई से पहले याचिका के आधार को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.