धनबाद: सांसद पीएन सिंह ने कहा राजनीतिक परिदृश्य देखने पर यह स्पस्ट हो गया है कि इस विधानसभा चुनाव में विपक्ष से उतरे उम्मीदवारों की साख जनता में नही है. उक्त बाते उन्होंने सोमवार को हाउसिंग कॉलोनी में प्रेस वार्ता कर कही. उंन्होने कहा विपक्ष के उम्मीदवार आज जो जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे है वे विगत पांच वर्षों में कभी भी जनसेवा का काम नही किया. उनके दुख सुख में शामिल नहीं हुए. अब जब चुनाव की घड़ी है तो एकाएक वोट मांगने निकले है. भाजपा दावा करती है कि धनबाद में सभी छह सीट जीतेगी. पांच वर्ष जब कोई सरकार केवल और केवल विकास का काम करती है तो जनता में उस सरकार के प्रति विश्वास बढ़ता है.
भाजपा पिछले चुनाव से और ज्यादा मजबूती से लड़ रही है. पांच वर्ष की उपलब्धियों के साथ भाजपा के प्रत्याशी चुनाव में जा रहे है. झारखण्ड में पूर्व की जितनी भी सरकारे रही उससे भी तेज गति से विकास को भाजपा ने उतारा है. 2014 के मुकाबले इस 2019 के विधानसभा चुनाव में ज्यादा बढ़त मिलेगी. 2014 के लोक सभा चुनाव में 286 सीट बीजेपी को मिली. एनडीए को 303 सीटें मिली. पांच वर्षों में आकड़ा बढ़ा है. 2019 में 286 से बढ़कर 303 और एनडीए 303 से बढ़कर 353 पर पहुंची. चन्दनकियारी सीट के मामले पर उंन्होने कहा कि अमर बाउरी की जीत पक्की है.
2009 के लोक सभा चुनाव में चन्दनकियारी से साढ़े दस हजार वोट मिले. 2014 में 35 हजार और 2019 में बढ़त के साथ 91 हजार मत मिले. यह आंकड़े बताते है कि जनता भाजपा के साथ है. और अमर बाउरी की साख वहां मजबूत है. पांच सालों में चन्दनकयारी में कई बड़े काम हुए है. पॉवर ग्रिड वहां बनकर खड़ा है. एक सौ करोड़ की सिंचाई परियोजना चल रही है. रेलखंड बना है. दामोदर पुल का निर्माण हुआ है जो धनबाद और चन्दनकियारी को जोड़ती है.
उंन्होने धनबाद विधानसभा के सभी सीट पर जीत का दावा करते हुए कहा कि सिन्दरी से भाजपा ने सोच समझकर प्रत्याशी उतारा है. बिनोद बिहारी महतो की स्थली सिन्दरी से भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो के आत्मा में बिनोद बिहारी महतो बसते है. उनसे प्रेरणा लेते हुए बीएड कॉलेज का निर्माण किया है. आज कोयलांचल यूनिवरसिटी बिनोद बिहारी महतो के नाम पर है. इसके पीछे भी कुछ हद तक इंद्रजीत महतो का योगदान है.
नामकरण को लेकर अपने डेलीगेट्स के साथ मुख्यमंत्री से भी मिले थे. सिन्दरी में जेएमएम और मासस की लड़ाई बीजेपी से है. प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष चन्द्रशेखर सिंह , हरि प्रकाश लाटा , नितिन भट्ट , मिल्टन पार्थ सारथी उपस्थित थे.