जमशेदपुर: जमशेदपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में धालभूम क्लब में विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया. झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह, न्यायधीश, झारखंड उच्च न्यायालय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालयों में भी विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन लाभुक महिलाओं द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया. इस मौके पर 34428 लाभुकों के बीच लगभग 32.68 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति का वितरण किया गया.
न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह ने कहा कि गर्व हो रहा है कि लगातार तीसरे वर्ष इस जगह पर यह कार्यक्रम हो रहा है. उन्होने कहा कि न्याय सिर्फ न्यायालय तक सीमित नहीं है. घर से शुरू करें तो घर के प्रत्येक सदस्य के प्रति एक कर्तव्य निहित है, अगर उसे पूरा करें तो आप घर में न्याय करते हैं. न्याय की भावना आपके अंदर होती है तो आप किसी का हक नहीं छिनते, सम्मान जरूर देते हैं. जो भी कार्य कर रहे हैं उसे निपुणता से करें. समाज और राष्ट्र सर्वोपरी होना चाहिए. माननीय न्यायमूर्ति ने कहा कि एक प्रांगण में सभी विभागों के स्टॉल लगाकर योजनाओं का लाभ योग्य लाभुकों तक पहुंचाने की ये काफी सार्थक पहल है. न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका सभी का कर्तव्य है कि आम जनमानस के जीवन में समृद्धि लाएं, लोगों को न्याय मिले, योजनाओं का लाभ मिले. उन्होने कहा कि सशक्तिकरण शिविर का फायदा यह है कि यहां मिशन मोड में काम होता है.
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश मनोज प्रसाद ने कहा कि योग्य लाभुकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे इस उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया है. हमारी कोशिश है कि आम जनता और न्यायपालिका के बीच दूरी कम हो. सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ योग्य लाभुकों को ही मिले यह भी न्याय है. अधिकाधिक लोगों के हित के लिए एवं अधिकाधिक लोगों को खुशी देने के उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया है.