दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना से जूझ रहे देश की राहत के लिए एक ट्वीट किया है जिससे सारा देश चौंक गया है.
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उन्होंने कहा कि हमारा देश इस वक्त कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ रहा है. आज यह सवाल है कि हम ऐसा क्या करें की कम से कम लोगों की मौत हो? कोरोना वायरस से हालात को काबू में करने के लिए सरकार बहुत काम कर रही है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ऐसा मानना है कि इस वायरस से निपटने के लिए हमारी रणनीति दो हिस्सों में बंटी होनी चाहिए.
पहली कि हमें कोरोना का डटकर मुकाबला करना है. संक्रमण रोकने के लिए आइसोलेशन में रहना और बड़े पैमाने पर मरीजों की जांच हो. इसी के साथ शहरी इलाकों में आपातकालीन अस्थाई अस्पताल बनाने होंगे.
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दूसरी यह है कि रणनीति अर्थव्यवस्था को लेकर है. मौजूदा हालात में दिहाड़ी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित है. इनको तुंरत सहायता चाहिए क्योंकि, देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन हो गया है तो काम-धंधा ठप है.
ऐसे में मजदूरों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिए पैसे पहुंचाया जाना चाहिए. इन्हें मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जाए.
राहुल ने कहा कि देश में कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्यूनतम आय गांरटी योजना (न्याय) लागू करके किसानों, मजदूरों और गरीबों के खातों में तुरंत 7,500 रुपए डालने चाहिए.