81 वर्षीय वाटर मैन व पड़हा राजा ने कहा- वृद्धावस्था पेंशन मिल जाती, तो बुढ़ापे का सहारा हो जाता
रांची: झारखंड में वाटर मैन और पड़हा राजा के रूप में विख्यात पद्मश्री सिमोन उरांव के घर इस दिवाली खुशियों के दीप जलेंगे, क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य सामाजिक संगठनों के सहयोग से उनका खपरैल घर पक्का हो गया है, जिसमें खुशियों के रंग भरे जा रहे हैं.
झारखंड के जल पुरुष के नाम से विख्यात रांची जिले के बेड़ो निवासी सिमोन उरांव जिंदगी भर झोपड़ी नुमा खपरैल घर पर रहकर समाज की सेवा करते रहे. उन्होंने जल एवं वन संरक्षण के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं. उनके सेवा कार्यों के लिए सरकार द्वारा पद्मश्री से नवाजा तो गया मगर कहीं कोई आर्थिक मदद नहीं मिली. आखिरकार प्रधानमंत्री आवास योजना और कई सामाजिक संगठनों के सहयोग से इस महापुरुष का आशियाना पक्का हो पाया.
81 वर्षीय सिमोन उरांव आज भी पैदल चलते हैं और क्षेत्र में पंचायती कर ग्रामीण समस्याओं का समाधान निकालते हैं. कई संगठनों द्वारा उन्हें दर्जनों सम्मान से सम्मानित किया गया है. मगर वे कहते हैं कि अगर इन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिल जाती तो बुढ़ापे का सहारा हो जाता.
समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सिर्फ देना जानते हैं, वे अपने लिए कुछ नहीं चाहते और यही बात उन्हें महान बनाती है. झारखंड के सिमोन उराव उन्हीं में से एक है. इस दीपावली में उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का यह तोहफा उन्हें मुबारक हो.