महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग मामले में अब तक 101 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बात की है. सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस पर सीएम उद्धव ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘पालघर, महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हेतु आग्रह किया.’
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आगे सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा यह बताया गया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं तथा शेष को चिन्हित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.’ अब तक मॉब लिंचिंग के मामले में 101 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है.
क्या है मामला
16-17 अप्रैल की दरमियानी रात जब लॉकडाउन में लोग घरों में बंद थे, पालघर से करीब 100 किलोमीटर दूर मॉब लिंचिंग की वारदात हुई. पालघर के गड़चिनचले गांव में मुंबई से सूरत जा रहे दो साधुओं और ड्राइवर की गाड़ी को रोक कर जान ले ली. भीड़ के हत्थे चढ़े साधु मुंबई के जोगेश्वरी स्थित हनुमान मंदिर के थे.
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दोनों साधु मुंबई से सूरत अपने गुरू के अंतिम संस्कार में जा रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते पुलिस ने इन्हें हाइवे पर जाने से रोक दिया. फिर इको कार में सवार साधु ग्रामीण इलाके की तरफ मुड़ गए जहां मॉब लिंचिंग के शिकार हो गए. पुलिस की माने तो अफवाह के कारण साधु और ड्राइवर भीड़ के शिकार हुए. भीड़ ने चोर समझ कर साधुओं की गाड़ी रोकी थी.
वारदात की खबर पाकर मौके पर फौरन पुलिस भी पहुंची, लेकिन लाठी-डंडों- कुल्हाड़ी और दूसरे हथियारों से लैस 200 की भीड़ के आगे पुलिसवालों की एक नहीं चली. भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों पर भी हमला किया. गाड़ियों को पलट दिया. इस मामले में अब तक 101 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि 10 लोगों को वारदात के अगले दिन ही गिरफ्तार किया गया था.