मुंगेर: मुंगेर में सूर्यगढ़ा, हसनगंज, सफियाबाद से होते हुए पटना भागलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरती है. हसनगंज से सफियाबाद तक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क गुजरती है, जिस पर दर्जनों गड्ढे हैं. लेकिन उस पर उबरे गड्ढो को भरने की कवायद नहीं की जा रही है. ये गड्ढे दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहे है. शायद जिम्मेदार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है, जिसके बाद ही इन गड्ढो को भरा जाएगा.
इन मार्गों पर जहां 24 घंटे ट्रक, ट्रैक्टर के साथ भारी और हल्के वाहनों का आवागमन निरंतर चलता रहता है मार्ग के हसनगंज से सफियाबाद चौराहे तक मार्ग के बिचो बिच उबर आए गड्ढे इन दिनों वाहन चालकों के लिए मुसीबत बने हुए है. कई बार वाहन चालकों को बीच मार्ग पर गड्ढो का अनुमान नहीं लग पाता है. जिस कारण वाहन चालक अनियंत्रित हो जाते है. इसमें ज्यादातर दो पहिया वाहन चालक शामिल है. राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा दयनीय होती जा रही है, जिसे देखने वाला कोई नहीं है.
इस मार्ग से ही कई जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि निकलते है शायद उनकी नजर इन गड्ढो पर नहीं जा रही है. जबकि इसके आगे बरियारपुर तक भी सड़क पर कई बड़े-बड़े गड्ढे निर्मीत है जहां पर कई लोग अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो चुके है, छोटी छोटी दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है समय रहते अगर गड्ढो को नहीं भरा गया तो बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. वाहन चालकों और राहगीरों को तो परेशानी हो ही रही है साथ ही जिम्मेदार शायद गहरी नींद में सो रहे है.
रात्रि में नहीं दिखाई देते गड्ढे
शाम ढलते ही मार्ग पर अंधेरा छा जाने से वाहन चालकों को गड्ढे नहीं दिखाई देते है मार्ग से निकलना मुश्किल भरा हो जाता है रात के समय इन मार्गों पर भारी वाहनों की आवाजाही बढ़ जाती है और वाहन तेज गति से निकलते है.
ऐसे में मार्ग के गड्ढो का अनुमान तक नहीं लग पाता है और किसी भी समय वाहन चालक इन गड्ढो का शिकार हो सकते है. इन मार्गों पर खासकर दो पहिया वाहन चालक जो तेज गति से निकलते है और गड्ढो के कारण अंनियत्रित हो जाते है कई बार दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो चुके है.