नीति आयोग की ओर से संचालित योजना के क्रियान्वयन के लिए एनजीओ का चयन
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर में उपायुक्त अरवा राजकमल, अपर उपायुक्त इंदु गुप्ता के उपस्थिति में नीति आयोग, भारत सरकार के तत्वाधान में संचालित अभियान “सुरक्षित दादा-दादी, नाना-नानी’ के क्रियान्वयन हेतु मुख्य एनजीओ के रूप में चयनित एकजुट संस्था के सहयोग से उपलब्ध राशन एवं सुरक्षा किट का वितरण 06 वृद्धजनों के बीच किया गया है.
इस अभियान के तहत चाईबासा सदर प्रखंड में कुल 90 वृद्ध जनों को एनजीओ कार्यकर्ताओं के द्वारा चयनित करते हुए उन सभी तक राशन एवं सुरक्षा किट पहुंचाने के उद्देश्य से राशन वाहन को उक्त द्वय पदाधिकारियों के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है.
इस दौरान एकजुट संस्था के सह संस्थापक डॉ निर्मला नायर, शिवानंद एवं सुश्री सुचित्रा, शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे पीरामल फाउंडेशन के कार्यकर्ता सहित सामाजिक कार्यकर्ता विकास दोदराजका, इरशाद अली तथा पारा लीगल कार्यकर्ता सुश्री नेहा, सुश्री रेणु उपस्थित रहीं.
इस क्रम में उपायुक्त के द्वारा एकजुट संस्था को धन्यवाद देते हुए कहा गया कि नीति आयोग द्वारा संचालित “सुरक्षित दादा-दादी, नाना-नानी“ अभियान के क्रियान्वयन हेतु पूर्णत: सामाजिक सेवा के तौर पर बिना किसी सरकारी अनुदान के एकजुट संस्था के द्वारा जिले अंतर्गत अति संवेदनशील श्रेणी के 1,000 वृद्ध जनों को चयनित करते हुए सूखा राशन एवं कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु सुरक्षा किट उपलब्ध करवाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में झारखंड सरकार के द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी योजना के आलोक में जिला प्रशासन के द्वारा नए राशन कार्ड उपलब्ध करवाने के लिए अभियान संचालित किया जा रहा है जिसके तहत अभी तक 90 हजार से अधिक वंचित परिवार/परिवार सदस्य के द्वारा आवेदन प्रेषित किया गया है तथा इस संस्था के द्वारा जिलेभर में चयनित व्यक्तियों की सूची में से भी मूल्यांकन किया जाएगा ताकि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जो वृद्धजन राशन कार्ड से वंचित हैं उन्हें सरकारी योजना से आच्छादित किया जा सकेगा.