नई दिल्ली: न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने मांग की है कि रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी और रेटिंग एजेंसी बार्क के सीईओ पार्थो दासगुप्ता की सांठगांठ सामने आने के बाद चैनलों की रेटिंग फिर से तय की जाए. एनबीए ने हाल में सामने आए दोनों के सैकड़ों वॉट्सऐप चैट के खुलासे के बाद यह मांग की है.
सोमवार को अपनी मांग में भारतीय टीवी चैनलों के संगठन एनबीए ने कहा, कि अर्नब और दासगुप्ता की मिलीभगत से न केवल रिपब्लिक टीवी को गैरवाजिब लाभ मिला है वहीं दूसरे न्यूज चैनलों को भारी वित्तीय नुकसान भी हुआ है. इसलिए रिपब्लिक टीवी का डाटा हटाकर सभी न्यूज चैनलों की वास्तविक रेटिंग फिर से बहाल की जाए.
एनबीए की ओर से कहा गया है, ‘इन दोनों की बातचीत में सचिवों की नियुक्तियों, कैबिनेट फेरबदल, पीएमओ तक इनकी पहुंच और सूचना व प्रसारण मंत्रालय के कामकाज का जिक्र हुआ है. इससे उन्हीं आरोपों की पुष्टि हुई है जो एनबीए पिछले 4 वर्षों से लगाता आ रहा है. एनबीए की ओर से कहा जा रहा था कि टीवी चैनलों की रेटिंग में एक गैर एनबीए मेंबर और बार्क के उच्चाधिकारी हेरफेर कर रहे हैं.’
एनबीए ने यह भी मांग की कि रिपब्लिक टीवी की ‘इंडियन ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ से सदस्यता तुरंत प्रभाव से निलंबित की जाए. हाल ही में रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी और टीवी रेटिंग एजेंसी ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के तत्कालीन सीईओ पार्थो दासगुप्ता के कथित वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट शुक्रवार से खूब चर्चा में रहे थे. बताया जा रहा है कि टीआरपी स्कैम में ये मुंबई पुलिस की 3600 पेज की चार्जशीट का हिस्सा हैं.