रंजीत कुमार,
रांची: शिक्षा मंत्री द्वारा दिये गये तमाम आदेशों के बावजूद निजी स्कूल मनमाने तरीके से शुल्क वसूल रहे हैं. ये केवल स्कूल की बात नहीं, अधिकतर स्कूलों ने अभिभावकों को नोटिस भेज दिया है और शुल्क वसूल रहे हैं.
सबसे मजे की बात यह है कि सरकार ने तय किया है कि केवल ट्यूशन फीस ही लेना है लेकिन, कई निजी स्कूल पूर्व के निर्धारित शुल्क ही वसूल रहे हैं. इसके कई प्रमाण हैं.
डीएवी नंदराज स्कूल ने ट्यूशन फीस के अलावा फीस में कुछ ऐसे मद में भी राशि जोड़ी है जिसका औचित्य भी नहीं दिखता. स्कूल ने फीस मद में 25 तरह की कैटेगरी का निर्धारण किया है.
इसके अलावा मिशलेनियस फीस के तौर पर 7000 रूपये लेना समझ के परे दिखता है. हालांकि, स्कूल प्रबंधन से पूछने पर गलती स्वीकार कर ली है.
प्रबंधन का कहना है कि 10 से 15 बच्चों को गलती से फीस निर्गत कर दिया गया है. इसे बाद में एडजस्टए कर दिये जाने की बात कही है. डीएवी नंदराज स्कूल ने अभिभावकों को कुल 9,550.00 रूपये का फीस नोटिस भेजा है.
अभिभावकों व स्कूल प्रबंधनों की बैठक मे तय हुआ था फीस:
पिछले दिनों शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अपने कार्यालय कक्ष में अभिभावकों व स्कूल प्रबंधनों के साथ बैठक कर लॉकडाउन काल का केवल ट्यूशन फीस लेने का निर्देश दिया था. इस पर स्कूल प्रबंधनों ने भी अपनी सहमति दी थी.